14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने विजय हजारे ट्रॉफी में बनाया नया रिकॉर्ड

बिहार के 14 वर्षीय बल्लेबाज़ वैभव सूर्यवंशी ने विजय हजारे ट्रॉफी में एक अद्वितीय शतक बनाकर क्रिकेट की दुनिया में नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। उन्होंने 84 गेंदों में 190 रन बनाकर न केवल अपने उम्र के रिकॉर्ड तोड़े, बल्कि एबी डिविलियर्स के पुराने रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया। इस पारी ने भारतीय क्रिकेट के भविष्य की संभावनाओं को उजागर किया है। जानें इस युवा प्रतिभा के बारे में और कैसे उन्होंने क्रिकेट जगत में तहलका मचाया।
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14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने विजय हजारे ट्रॉफी में बनाया नया रिकॉर्ड

भारतीय घरेलू क्रिकेट में ऐतिहासिक दिन

बुधवार को भारतीय घरेलू क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण घटना घटी, जब बिहार के 14 वर्षीय बल्लेबाज़ वैभव सूर्यवंशी ने विजय हजारे ट्रॉफी में एक अद्वितीय उपलब्धि हासिल की। प्लेट ग्रुप के मैच में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ खेलते हुए, इस युवा बल्लेबाज़ ने सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।


आक्रामक बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन

साकिबुल गनी की कप्तानी में खेलते हुए, वैभव सूर्यवंशी ने शुरुआत से ही आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया। उन्होंने केवल 84 गेंदों में 190 रन बनाकर एक शानदार पारी खेली, जिसमें 16 चौके और 15 छक्के शामिल थे। उनकी बल्लेबाज़ी में न तो कोई झिझक थी और न ही उम्र का कोई प्रभाव।


नए रिकॉर्ड की स्थापना

इस पारी के साथ, वैभव सूर्यवंशी दुनिया के पहले पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने 15 साल की उम्र से पहले टी20 और लिस्ट-ए दोनों प्रारूपों में शतक बनाया है। इससे पहले, वह टी20 क्रिकेट में भी शतक लगाकर चर्चा में आ चुके हैं।


पाकिस्तानी रिकॉर्ड को तोड़ा

14 साल और 272 दिन की उम्र में लिस्ट-ए शतक बनाकर, उन्होंने पाकिस्तान के जहीर इलाही का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 1986 में 15 साल 209 दिन की उम्र में शतक बनाया था। इसके अलावा, वैभव ने 36 गेंदों में शतक बनाकर भारतीय खिलाड़ियों में दूसरा सबसे तेज़ शतक भी बनाया, हालांकि बाद में यह रिकॉर्ड और पीछे खिसक गया।


एबी डिविलियर्स का रिकॉर्ड तोड़ना

उनकी पारी यहीं खत्म नहीं हुई। वैभव ने 59 गेंदों में 150 रन बनाकर एबी डिविलियर्स का पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया, जिन्होंने 2015 विश्व कप में 64 गेंदों में यह आंकड़ा छुआ था। इस शानदार बल्लेबाज़ी के चलते बिहार ने 574 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया, जो लिस्ट-ए क्रिकेट का अब तक का सर्वोच्च टीम स्कोर बन गया है।


भारतीय क्रिकेट का भविष्य

कुल मिलाकर, वैभव सूर्यवंशी की यह पारी केवल आंकड़ों का खेल नहीं थी, बल्कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य की एक झलक भी थी, जिसने चयनकर्ताओं और प्रशंसकों की उम्मीदों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया है।