14 वर्षीय वैभव ने विजय हजारे ट्रॉफी में बनाया नया रिकॉर्ड

14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने विजय हजारे ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ महज 36 गेंदों में शतक जड़कर नया रिकॉर्ड स्थापित किया। उनकी विस्फोटक पारी ने बिहार को 574 रन बनाने में मदद की, जबकि विपक्षी टीम 177 रन पर सिमट गई। इस ऐतिहासिक प्रदर्शन पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी प्रतिक्रिया दी, वैभव को सचिन तेंदुलकर के समान प्रतिभा मानते हुए। जानें उनके क्रिकेट करियर के अन्य महत्वपूर्ण क्षणों के बारे में।
 | 
14 वर्षीय वैभव ने विजय हजारे ट्रॉफी में बनाया नया रिकॉर्ड

वैभव का ऐतिहासिक शतक

बुधवार को विजय हजारे ट्रॉफी के प्लेट लीग में बिहार के लिए खेलते हुए 14 वर्षीय वैभव ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ केवल 36 गेंदों में शतक जड़ दिया। यह भारतीय लिस्ट-ए क्रिकेट में दूसरा सबसे तेज़ शतक है, जिसमें उनसे पहले केवल अनमोलप्रीत सिंह ने 35 गेंदों में शतक बनाया था।


धमाकेदार पारी का अंत

जानकारी के अनुसार, वैभव ने अपनी पारी को 54 गेंदों में 150 रन तक पहुंचाया। अंततः उन्होंने 84 गेंदों में 190 रन बनाकर आउट हुए। उनकी इस शानदार पारी के चलते बिहार ने 50 ओवर में 6 विकेट पर 574 रन बनाए, जबकि अरुणाचल प्रदेश की टीम 177 रन पर सिमट गई। इस प्रकार, मुकाबला 397 रन के विशाल अंतर से समाप्त हुआ।


थरूर की प्रतिक्रिया

इस ऐतिहासिक पारी के बाद, कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि 14 साल की उम्र में ऐसा अद्भुत टैलेंट पहले सचिन तेंदुलकर में देखा गया था, और अब वैभव सूर्यवंशी उसी दिशा में बढ़ रहे हैं।


पहले भी बटोरी हैं सुर्खियां

यह पहली बार नहीं है जब वैभव ने ध्यान आकर्षित किया है। इससे पहले, उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में महाराष्ट्र के खिलाफ 61 गेंदों पर नाबाद 108 रन बनाकर टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे कम उम्र में शतक लगाने का रिकॉर्ड बनाया था।


अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चमक

अंडर-19 एशिया कप में, उन्होंने यूएई के खिलाफ 95 गेंदों में 171 रन की पारी खेली, जो भारतीय खिलाड़ी द्वारा टूर्नामेंट में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है। इसके अलावा, राइजिंग स्टार्स एशिया कप में भारत ‘ए’ के लिए 42 गेंदों में 144 रन बनाकर अपनी प्रतिभा का लोहा भी मनवाया।


भविष्य की संभावनाएं

क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वैभव को सही मार्गदर्शन और संयम मिले, तो वह आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट का एक बड़ा नाम बन सकते हैं। उनकी बल्लेबाज़ी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारतीय क्रिकेट को एक और असाधारण प्रतिभा मिल चुकी है।