सुनील नरेन की बैटिंग के दौरान अंपायर ने पकड़ी चीटिंग, वीडियो हुआ वायरल

IPL 2025 के 31वें मैच में पंजाब किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच एक दिलचस्प घटना घटी। सुनील नरेन के बैट की जांच करते हुए अंपायर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस घटना ने क्रिकेट प्रेमियों के बीच कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या नरेन ने बैट में कोई छेड़छाड़ की थी? जानें इस मामले में आईसीसी के नियम और संभावित दंड के बारे में।
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IPL 2025 का रोमांचक मुकाबला

सुनील नरेन की बैटिंग के दौरान अंपायर ने पकड़ी चीटिंग, वीडियो हुआ वायरल
सुनील नरेन की बैटिंग के दौरान अंपायर ने पकड़ी चीटिंग, वीडियो हुआ वायरल

आज IPL 2025 का 31वां मैच पंजाब किंग्स (PBKS) और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के बीच खेला जा रहा है। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए पंजाब किंग्स ने 111 रन बनाए। इसके बाद कोलकाता नाइट राइडर्स ने 71 रनों पर खेलना शुरू किया। इस दौरान एक अप्रत्याशित घटना घटी, जब अंपायर ने सुनील नरेन (Sunil Narine) के बैट की जांच की। यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गई है।


सुनील नरेन का बैट चेक

सुनील नरेन का वीडियो वायरल

इस वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि जब सुनील नरेन बल्लेबाजी के लिए जा रहे थे, तब अंपायर ने उन्हें रोककर उनके बैट की जांच की। अंपायर ने नरेन से कुछ बातें भी कीं। वीडियो में यह स्पष्ट है कि अंपायर ने बार-बार नरेन के बैट की जांच की। इस स्थिति ने यह सवाल उठाया है कि यदि नरेन ने बैट में कोई छेड़छाड़ की है, तो उन्हें क्या सजा मिल सकती है।


आईसीसी के नियमों का उल्लंघन

बल्ले को लेकर क्या है आईसीसी के नियम

आईसीसी के नियमों के अनुसार, बल्ले के आकार या सामग्री में कोई भी परिवर्तन जो नियमों का उल्लंघन करता है, अवैध माना जाएगा। यदि बल्ले में ऐसी सामग्री का उपयोग किया गया है जो गेंद को नुकसान पहुंचा सकती है, तो यह प्रतिबंधित है। यदि किसी बल्लेबाज को अवैध बल्ले का उपयोग करते हुए पकड़ा जाता है, तो अंपायर उसे अवैध घोषित कर सकते हैं और बल्लेबाज को उस बल्ले का उपयोग करने से रोक सकते हैं।

आईसीसी की आचार संहिता के तहत, इस प्रकार के अनुचित लाभ प्राप्त करने के प्रयास को नियमों का उल्लंघन माना जा सकता है, जिसके लिए दंड लगाया जा सकता है, जिसमें मैच रेफरी की रिपोर्ट और संभावित जुर्माना शामिल है। हाल ही में, आईपीएल 2025 में बल्ले और गेंद के बीच असंतुलन की चिंताओं के चलते, बीसीसीआई ने मैचों के दौरान बल्ले के आकार की नियमित जांच शुरू की है। प्रत्येक बल्लेबाज को गार्ड लेने से पहले बैट गेज टेस्ट पास करना होता है।