राजस्थान रॉयल्स की हार के प्रमुख कारण: संजू सैमसन की कप्तानी पर सवाल

राजस्थान रॉयल्स ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ एक और हार का सामना किया। इस मैच में संजू सैमसन की कप्तानी और टीम की खराब बल्लेबाजी ने हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जानें इस हार के प्रमुख कारण और क्या गलत हुआ।
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राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का मुकाबला

राजस्थान रॉयल्स की हार के प्रमुख कारण: संजू सैमसन की कप्तानी पर सवाल
राजस्थान रॉयल्स की हार के प्रमुख कारण: संजू सैमसन की कप्तानी पर सवाल

राजस्थान रॉयल्स: हाल ही में राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच खेला गया मैच समाप्त हो गया है। इस मुकाबले में बेंगलुरु ने रजत पाटीदार की कप्तानी में जीत हासिल की है, जो इस सीजन में उनकी चौथी जीत है। वहीं, राजस्थान को चौथी हार का सामना करना पड़ा है। आइए जानते हैं कि इस मैच में आरआर की हार के पीछे क्या कारण रहे।


राजस्थान रॉयल्स की एक और हार

सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए इस मैच में राजस्थान रॉयल्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में चार विकेट पर 173 रन बनाए। इस दौरान यशस्वी जायसवाल ने 75 रन की शानदार पारी खेली। 174 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी आरसीबी ने पहले विकेट के लिए 92 रन जोड़े और अंततः 17.3 ओवर में 175-1 रन बनाकर मैच जीत लिया। इस दौरान फिल साल्ट ने 65 और विराट कोहली ने 62 रन बनाए।


आरआर की हार के कारण

राजस्थान रॉयल्स की हार के प्रमुख कारण: संजू सैमसन की कप्तानी पर सवाल


खराब बल्लेबाजी

राजस्थान रॉयल्स की हार का मुख्य कारण उनकी कमजोर बल्लेबाजी रही। टीम ने शुरुआत में धीमी गति से खेला और मध्य क्रम में भी बल्लेबाजों ने तेजी से रन नहीं बनाए, जिससे वे केवल 173 रन तक ही पहुंच सके। यदि टीम 180-190 के स्कोर तक पहुंच जाती, तो नतीजा अलग हो सकता था।


संजू सैमसन की कप्तानी

इस मैच में संजू सैमसन की कप्तानी भी हार का एक बड़ा कारण रही। उन्होंने गेंदबाजी के दौरान सही फील्ड सेट नहीं किया और अपने गेंदबाजों का सही उपयोग नहीं किया। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वह हार मान चुके हैं और अपने मुख्य गेंदबाजों को छोड़कर पार्ट टाइमर से गेंदबाजी करवा रहे थे।


खराब फील्डिंग

कोई भी मैच जीतने के लिए अच्छी फील्डिंग आवश्यक होती है, लेकिन इस मैच में राजस्थान रॉयल्स की फील्डिंग बेहद खराब रही। टीम ने फिल साल्ट और विराट कोहली के कैच ड्रॉप किए, जिससे उन्हें जीवनदान मिला और उन्होंने अर्धशतक बनाकर टीम को मुश्किल में डाल दिया। इसके अलावा, कई आसान रन भी छोड़े गए, जिससे आरसीबी पर दबाव नहीं बना।