प्रियांक पांचाल ने रणजी ट्रॉफी में बनाए 7,000 रन, कोहली को दी मात

प्रियांक पांचाल ने रणजी ट्रॉफी में 7,000 रन बनाकर एक नई उपलब्धि हासिल की है, जिससे उन्होंने विराट कोहली जैसे दिग्गजों को भी पीछे छोड़ दिया है। उनकी निरंतरता और शानदार प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया है। क्या उन्हें भारतीय टीम में मौका मिलेगा? जानें उनके बारे में और इस अद्भुत सफर के बारे में।
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रणजी ट्रॉफी में प्रियांक पांचाल का शानदार प्रदर्शन

प्रियांक पांचाल ने रणजी ट्रॉफी में बनाए 7,000 रन, कोहली को दी मात
Priyanka Panchal, playing in Ranji Trophy, scored 7,000 runs alone


भारतीय घरेलू क्रिकेट का सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट, रणजी ट्रॉफी, में कई बल्लेबाज अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। इनमें से एक बल्लेबाज प्रियांक पांचाल हैं, जिन्होंने अपनी शानदार पारी से विराट कोहली जैसे दिग्गजों को भी पीछे छोड़ दिया है।


पांचाल ने एक जबरदस्त शतक के साथ अपनी काबिलियत साबित की और घरेलू क्रिकेट में निरंतरता का परिचय दिया।


पांचाल का मास्टरक्लास: 7,000 रन का आंकड़ा पार

पांचाल का मास्टरक्लास: 7,000 रणजी रन पूरे


प्रियांक पांचाल ने रणजी ट्रॉफी में बनाए 7,000 रन, कोहली को दी मात


गुजरात के बल्लेबाज प्रियांक पांचाल ने केरला के खिलाफ सेमीफाइनल में शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपना 29वां प्रथम श्रेणी शतक बनाया। इस पारी के दौरान उन्होंने रणजी ट्रॉफी में अपने 7,000 रन भी पूरे कर लिए, जो किसी भी बल्लेबाज के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह उनके घरेलू क्रिकेट में निरंतरता को दर्शाता है।


प्रियांक पांचाल और विराट कोहली की तुलना

Priyank Panchal की कोहली से तुलना क्यों?


विराट कोहली को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रन मशीन माना जाता है, जिन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 76.36 की औसत से 8,500 से अधिक रन बनाए हैं। हालांकि, रणजी ट्रॉफी में उनका योगदान सीमित रहा है क्योंकि वे जल्दी ही भारतीय टीम में शामिल हो गए थे। दूसरी ओर, प्रियांक पांचाल ने वर्षों से रणजी ट्रॉफी में लगातार रन बनाए हैं, और उनकी निरंतरता कोहली जैसे दिग्गजों से भी बेहतर नजर आती है।


क्या प्रियांक पांचाल को टीम इंडिया में मिलेगा मौका?

क्या टीम इंडिया का दरवाजा खुलेगा?


प्रियांक पांचाल को भारतीय टेस्ट टीम में मौका मिल चुका है, लेकिन उन्हें अभी तक डेब्यू करने का अवसर नहीं मिला है। उनकी निरंतरता और बड़े मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित कर सकते हैं। यदि वह इसी फॉर्म को बनाए रखते हैं, तो भारतीय टीम में उनकी जगह बनाने की संभावनाएं बढ़ सकती हैं।


प्रियांक पांचाल की यह पारी घरेलू क्रिकेट में उनकी मेहनत और निरंतरता का प्रमाण है। रणजी ट्रॉफी में 7,000 रन पूरे कर उन्होंने यह साबित किया है कि वे बड़े मंच के लिए तैयार हैं। क्या उन्हें भारतीय टीम में लंबा मौका मिलेगा? यह देखना दिलचस्प होगा, लेकिन फिलहाल उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से विराट कोहली जैसे दिग्गजों को भी पीछे छोड़ दिया है।