नीम की पत्तियों के स्वास्थ्य लाभ: रोजाना सेवन के फायदे
नीम की पत्तियों के फायदे

नई दिल्ली। नीम की पत्तियों का सेवन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। आयुर्वेद में इनका उपयोग सदियों से किया जा रहा है। क्या आप जानते हैं कि यदि आप सुबह खाली पेट नीम की कुछ पत्तियां चबाना शुरू करें, तो यह आपकी सेहत पर किस प्रकार का प्रभाव डाल सकता है?
नीम की पत्तियों में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसलिए, सुबह खाली पेट नीम की पत्तियां चबाने से कई बीमारियों से बचने में मदद मिलती है। आइए जानते हैं बासी मुंह नीम की पत्तियों के सेवन के 5 लाभ।
मुंह के संक्रमण से सुरक्षा: नीम की पत्तियों में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण मुंह में हानिकारक बैक्टीरिया को समाप्त करते हैं। सुबह खाली पेट नीम की पत्तियां चबाने से मुंह के छालों, मसूड़ों की सूजन और दांतों की सड़न से बचाव होता है। यह दांतों को मजबूत बनाता है और सांसों की दुर्गंध को दूर करता है।
पाचन तंत्र को मजबूत बनाना: बासी मुंह नीम की पत्तियां चबाने से पाचन क्रिया में सुधार होता है। ये पत्तियां पेट की एसिडिटी और कब्ज की समस्याओं को दूर करती हैं। यह लिवर को डिटॉक्सिफाई करती हैं और डाइजेस्टिव एंजाइम्स को सक्रिय करती हैं, जिससे भोजन आसानी से पचता है।
ब्लड प्यूरिफिकेशन और त्वचा के लिए लाभकारी: नीम की पत्तियां रक्त को शुद्ध करने में मदद करती हैं, जिससे त्वचा की समस्याएं जैसे मुंहासे और दाग-धब्बे कम होते हैं। नियमित रूप से नीम चबाने से शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलते हैं, जिससे त्वचा निखरती है।
इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक: नीम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन-सी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। बासी मुंह नीम चबाने से इम्युनिटी मजबूत होती है, जिससे सर्दी-जुकाम, बुखार और अन्य संक्रमणों का खतरा कम होता है।
डायबिटीज नियंत्रण में सहायक: नीम की पत्तियों में हाइपोग्लाइसेमिक गुण होते हैं, जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए सुबह खाली पेट नीम की पत्तियां चबाना फायदेमंद हो सकता है। यह इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाता है और शुगर लेवल को अचानक बढ़ने से रोकता है।
हालांकि, नीम की पत्तियों का अधिक सेवन न करें, अन्यथा यह हानिकारक हो सकता है। इसलिए, दिन में 2-3 पत्तियां ही चबाना उचित है। नीम की कड़वाहट से बचने के लिए नई पत्तियां खाएं, क्योंकि वे कम कड़वी होती हैं।