युवाओं के लिए एआई सीखने की आवश्यकता: मेटा के एआई प्रमुख की सलाह

मेटा के एआई प्रमुख एलेक्जेंडर वांग ने युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सीखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि जैसे बिल गेट्स और मार्क जुकरबर्ग ने युवा अवस्था में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सीखी, वैसे ही आज के किशोरों को AI टूल्स में महारत हासिल करनी चाहिए। वांग ने इसे अगली तकनीकी क्रांति बताया और युवाओं से आग्रह किया कि वे वाइब-कोडिंग के माध्यम से AI को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। जानें इस सलाह के पीछे का महत्व और भविष्य की संभावनाएं।
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युवाओं के लिए एआई सीखने की आवश्यकता: मेटा के एआई प्रमुख की सलाह

मेटा के एआई प्रमुख की युवाओं के लिए सलाह

युवाओं के लिए एआई सीखने की आवश्यकता: मेटा के एआई प्रमुख की सलाह

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (फाइल फोटो)

मेटा के मुख्य एआई अधिकारी एलेक्जेंडर वांग ने युवाओं को सलाह दी है कि वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को सीखने और समझने में अपना समय लगाएं। उनका मानना है कि जैसे बिल गेट्स और मार्क जुकरबर्ग ने युवा अवस्था में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सीखकर सफलता हासिल की, वैसे ही आज के युवा अगर एआई टूल्स में दक्षता प्राप्त करें, तो भविष्य की अर्थव्यवस्था में उन्हें महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा। वांग ने एआई को अगली तकनीकी क्रांति के रूप में देखा है और कहा कि जो बच्चे आज से इन टूल्स का उपयोग करना सीखेंगे, वे भविष्य में तकनीकी नेतृत्वकर्ता बन सकते हैं।


युवाओं से एआई सीखने की अपील

मेटा के एआई प्रमुख एलेक्जेंडर वांग ने मेटा कनेक्ट 2025 इवेंट में कहा कि यह समय युवाओं के लिए एआई को समझने और उपयोग करने का है। उन्होंने सुझाव दिया कि यदि आप 13 वर्ष के हैं, तो आपको अपना अधिकांश समय वाइब कोडिंग में लगाना चाहिए। वांग के अनुसार, जो युवा आज एआई में समय निवेश करेंगे, वे भविष्य में तकनीकी नौकरियों और नवाचार में आगे रहेंगे। उन्होंने इसे 1980 के दशक में पर्सनल कंप्यूटर के आगमन के समान बताया, जब कुछ युवाओं ने कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सीखकर तकनीकी क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई।


वाइब-कोडिंग से नए युग की शुरुआत

वांग ने वाइब-कोडिंग को एआई सीखने का सबसे प्रभावी तरीका बताया। इस तकनीक में छात्र औपचारिक शिक्षा पर निर्भर रहने के बजाय स्वयं एआई टूल्स के साथ प्रयोग और कोडिंग करते हैं। यह विधि तेजी से सीखने और एआई की कार्यप्रणाली को समझने में सहायक होती है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने भी इस शब्द का उल्लेख किया है।

वांग ने कहा कि यदि आप 10,000 घंटे एआई टूल्स के साथ बिताते हैं और उन्हें दूसरों से बेहतर तरीके से उपयोग करना सीखते हैं, तो यह आपके लिए सबसे बड़ा लाभ होगा। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे एआई को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाएं, क्योंकि यही आने वाले समय की सबसे बड़ी ताकत होगी।

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