भारतीय रेलवे ने वंदे भारत ट्रेनों में कोचों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया

भारतीय रेलवे ने वंदे भारत ट्रेनों में कोचों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है, जिससे यात्रियों की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके। रेलवे बोर्ड ने सात प्रमुख मार्गों पर ट्रेनों के उन्नयन की घोषणा की है। चार ट्रेनों के कोचों की संख्या 8 से 16 और तीन ट्रेनों की संख्या 16 से 20 की जाएगी। इस योजना का उद्देश्य यात्रियों की सुविधा को बढ़ाना है। जानें कौन-कौन से मार्गों पर यह बदलाव होगा और भविष्य में क्या योजनाएँ हैं।
 | 
भारतीय रेलवे ने वंदे भारत ट्रेनों में कोचों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया

वंदे भारत ट्रेनों का उन्नयन:

भारतीय रेलवे ने यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए वंदे भारत ट्रेनों में कोचों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। रेलवे बोर्ड ने सात प्रमुख मार्गों पर चलने वाली वंदे भारत ट्रेनों के उन्नयन की घोषणा की है। भविष्य में कुछ नए मार्गों पर भी उन्नत वंदे भारत ट्रेनों का संचालन किया जाएगा।


उन्नत होने वाली 7 वंदे भारत ट्रेनें:

मंगलुरु सेंट्रल – तिरुवनंतपुरम सेंट्रल


सिकंदराबाद – तिरुपति


चेन्नई एगमोर – तिरुनेलवेली


मदुरै – बेंगलुरु कैंट


देवघर – वाराणसी


हावड़ा – राउरकेला


इंदौर – नागपुर


कोच विस्तार योजना:

रेलवे के अनुसार, चार ट्रेनों के कोचों की संख्या 8 से बढ़ाकर 16 की जाएगी। तीन ट्रेनों को 16 से 20 कोचों में अपग्रेड किया जाएगा। रेलवे बोर्ड के सूचना और जनसंपर्क निदेशक दिलीप कुमार ने बताया कि यह निर्णय यात्री क्षमता और व्यवहार्यता के आधार पर लिया गया है। यह योजना वित्तीय वर्ष 2025-26 के आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है।


16 से 20 कोचों वाले मार्ग:

मंगलुरु सेंट्रल – तिरुवनंतपुरम सेंट्रल


सिकंदराबाद – तिरुपति


चेन्नई एगमोर – तिरुनेलवेली


8 से 16 कोचों वाले मार्ग:

मदुरै – बेंगलुरु कैंट


देवघर – वाराणसी


हावड़ा – राउरकेला


इंदौर – नागपुर


भविष्य की योजनाएँ:

रेलवे अधिकारियों ने यह भी संकेत दिया है कि निकट भविष्य में और 20-कोच वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, उन्नयन के लिए 16-कोच का एक रेक रिजर्व में रखा गया है। दिलीप कुमार ने आगे कहा कि उन्नयन के बाद जो कोच खाली होंगे, उनका उपयोग नई वंदे भारत सेवाओं के संचालन में किया जाएगा।