चीन में एक दिन की शादी का अनोखा चलन: लड़कों का कुंवारापन मिटाने की परंपरा

चीन में एक अनोखी शादी की परंपरा उभर रही है, जहां लड़के केवल एक दिन के लिए दूल्हा बनते हैं। इस चलन के पीछे कई सामाजिक और आर्थिक कारण हैं, जिसमें लड़कों के कुंवारे मरने की मान्यता भी शामिल है। जानें कैसे यह प्रथा तेजी से लोकप्रिय हो रही है और इसके पीछे की सोच क्या है।
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चीन में एक दिन की शादी का अनोखा चलन: लड़कों का कुंवारापन मिटाने की परंपरा

चीन में एक दिन की शादी का चलन


नई दिल्ली। हर देश में विवाह की अपनी विशेष परंपराएं होती हैं, लेकिन चीन में एक अनोखा चलन उभर रहा है, जहां लड़के केवल एक दिन के लिए दूल्हा बनते हैं। इस प्रकार की शादियों में दुल्हन भी सिर्फ एक दिन के लिए होती है। इस प्रक्रिया में लड़के काफी पैसे खर्च करते हैं, और यह प्रथा तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इसका एक कारण यह भी है कि चीन में कुंवारे लड़कों की मृत्यु को शुभ नहीं माना जाता।


चीन में इस समय एक विशेष प्रकार की शादी का चलन बढ़ रहा है, जिसमें लड़के एक दिन के लिए विवाह बंधन में बंधते हैं। ये शादियां पारंपरिक नहीं हैं, लेकिन हाल के समय में इनकी संख्या में वृद्धि हुई है। इन शादियों का आयोजन साधारण और गोपनीय तरीके से किया जाता है, जिसमें कोई भव्य समारोह नहीं होता।


एक दिन की शादी का कारण क्या है?
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन में लड़कों की शादी में कठिनाइयाँ आ रही हैं। शादी के लिए लड़के और उनके परिवार को काफी खर्च करना पड़ता है, जिससे कई लड़के अविवाहित रह जाते हैं। समस्या यह है कि चीन में कुंवारे लड़कों की मृत्यु को अशुभ माना जाता है। इसलिए, लड़के अपने सिंगल स्टेटस को मिटाने के लिए एक दिन के लिए शादी करना चाहते हैं। कुछ क्षेत्रों में तो यह परंपरा है कि यदि किसी लड़के की मृत्यु अविवाहित अवस्था में होती है, तो उसे अंतिम संस्कार के समय शादी कराई जाती है।


शादी के बाद लड़कियों का क्या होता है?
इन शादियों में शामिल होने वाली लड़कियां पैसे लेकर एक दिन के लिए दुल्हन बनती हैं और फिर अपने सामान्य जीवन में लौट जाती हैं। चीन में यह व्यवसाय तेजी से फैल रहा है।