CUET UG 2026: भारत में उच्च शिक्षा के लिए आवश्यक परीक्षा

CUET UG 2026, जो कि भारत में उच्च शिक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा है, मई 2026 में आयोजित होने वाली है। यह परीक्षा 12वीं के बाद विभिन्न विश्वविद्यालयों में ग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आवश्यक है। जानें आवेदन प्रक्रिया, परीक्षा पैटर्न, और विषय संयोजन के बारे में। क्या आप CUET UG के लिए तैयार हैं? इस परीक्षा के माध्यम से 45 से अधिक विश्वविद्यालयों में दाखिला लिया जा सकता है।
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CUET UG 2026: भारत में उच्च शिक्षा के लिए आवश्यक परीक्षा

CUET UG 2026: उच्च शिक्षा में प्रवेश का मार्ग

CUET UG 2026: भारत में उच्च शिक्षा के लिए आवश्यक परीक्षा

NTA द्वारा हर साल आयोजित की जाने वाली CUET UG Image Credit source: Getty image

CUET UG 2026: 12वीं कक्षा के बाद छात्रों के लिए करियर की नई संभावनाएं खुलती हैं। ग्रेजुएशन के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए, छात्रों को इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए ज्वाइंट एंट्रेंस टेस्ट (JEE) मेन और मेडिकल में दाखिले के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) UG पास करना आवश्यक होता है। इसी तरह, भारत में विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) अंडर ग्रेजुएट (UG) की आवश्यकता होती है। इस एक परीक्षा के माध्यम से देशभर की 45 से अधिक विश्वविद्यालयों में ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाखिला लिया जा सकता है, जिसमें बीटेक भी शामिल है।

आइए जानते हैं कि CUET UG 2026 कब आयोजित होगी? आवेदन प्रक्रिया कब शुरू होगी? कौन आवेदन कर सकता है? CUET UG में कितने अंक आवश्यक हैं? CUET UG के आधार पर कौन सी विश्वविद्यालयों में दाखिला लिया जा सकता है।

CUET UG के लिए आवेदन करने की पात्रता

CUET UG के लिए 12वीं बोर्ड परीक्षा देने वाले और 12वीं पास छात्र आवेदन कर सकते हैं। CUET UG में शामिल होने के लिए कोई न्यूनतम या अधिकतम आयु सीमा निर्धारित नहीं है, लेकिन विश्वविद्यालय के आयु संबंधी नियमों का पालन करना आवश्यक होगा।

CUET UG 2026 के लिए आवेदन प्रक्रिया की तिथियाँ

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) हर साल मई में CUET UG का आयोजन करती है। NTA ने CUET UG 2026 के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसके अनुसार यह परीक्षा मई 2026 में आयोजित की जाएगी। हालांकि, अभी तक शेड्यूल जारी नहीं किया गया है।

CUET UG 2026 के लिए आवेदन प्रक्रिया फरवरी-मार्च में शुरू होगी, जिससे छात्रों को आवेदन करने के लिए एक महीने से अधिक का समय मिलेगा। केवल वही छात्र CUET UG में शामिल हो सकते हैं जो आवेदन करेंगे।

CUET UG 2026 का पाठ्यक्रम

CUET UG का आयोजन 12वीं के बाद किया जाता है। NTA द्वारा आयोजित CUET UG के मुख्य विषयों का पाठ्यक्रम NCERT पर आधारित होता है, जिसे हर साल NCERT द्वारा जारी किया जाता है।

CUET UG 2026: भारत में उच्च शिक्षा के लिए आवश्यक परीक्षा

CUET UG 2026 मई में आयोजित होगी

CUET UG 2026 में विषयों का संयोजन

CUET UG का आयोजन कुल 37 विषयों में किया जाता है। छात्र इन 37 विषयों में से 5 विषयों में परीक्षा दे सकते हैं। ये 5 विषय तीन भागों में विभाजित होते हैं: 3 मुख्य विषय, एक या दो भाषाएँ, और एक सामान्य परीक्षण। CUET UG के स्कोर के आधार पर किसी भी विश्वविद्यालय में दाखिला विषय संयोजन के अनुसार ही लिया जा सकता है।

CUET UG की परीक्षा का पैटर्न और मार्किंग स्कीम

  • CUET UG का आयोजन विषय के अनुसार अलग-अलग दिनों और कई शिफ्टों में होता है।
  • CUET UG 200 अंकों की होती है, जिसमें कुल 50 प्रश्न होते हैं, जिनमें से 40 हल करने होते हैं।
  • प्रत्येक मुख्य विषय के लिए 60 मिनट का पेपर आयोजित किया जाता है।
  • प्रत्येक शिफ्ट में अलग-अलग पेपर होते हैं।
  • CUET UG में बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं।
  • सही उत्तर पर 5 अंक (+5) दिए जाते हैं।
  • गलत उत्तर पर 1 अंक (-1) काटा जाता है।
  • यदि कोई प्रश्न अनुत्तरित रहता है, तो कोई अंक नहीं दिया जाता है।
  • यदि प्रश्न का विकल्प गलत हो या प्रश्न गलत हो, तो उम्मीदवार को 5 अंक (+5) दिए जाते हैं।
  • CUET UG में मुख्य विषय के अलावा भाषा और सामान्य परीक्षण भी आयोजित किया जाता है।

CUET UG के माध्यम से विश्वविद्यालयों में दाखिला

CUET UG के लागू होने से एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है कि अब विश्वविद्यालयों में ग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों में दाखिला 12वीं के अंकों के बजाय CUET UG स्कोर के आधार पर होता है। पहले, दिल्ली विश्वविद्यालय सहित कई अन्य विश्वविद्यालय 12वीं के अंकों के आधार पर दाखिला देते थे, जबकि कई विश्वविद्यालय अपने स्तर पर प्रवेश परीक्षा आयोजित करते थे। अब सभी विश्वविद्यालय CUET UG के स्कोर के आधार पर दाखिला देते हैं।

हालांकि, CUET UG पास करना किसी विश्वविद्यालय में दाखिले की गारंटी नहीं है। इसके लिए आवश्यक है कि छात्र विश्वविद्यालयों के कार्यक्रम के अनुसार पात्रता मानदंडों को पूरा करते हों।