नाक के मांस और हड्डी के बढ़ने के लक्षण और घरेलू उपचार

नाक के मांस या हड्डी का बढ़ना
नाक के अंदर मांस या हड्डी का बढ़ना, जिसे नासल पॉलीप्स कहा जाता है, एक सामान्य समस्या है जो कई लोगों को प्रभावित करती है। इस स्थिति में नाक के अंदर मांस का अत्यधिक विकास या हड्डी का बढ़ना होता है, जिससे सांस लेने में कठिनाई, नाक बंद होना, साइनस संक्रमण और सिरदर्द जैसे लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं.
नाक के मांस बढ़ने के कारण
नाक के मांस के बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं, विशेष रूप से सर्दियों में यह समस्या बढ़ जाती है। उदाहरण के लिए, धूल, धुआं, या पराग कणों जैसी एलर्जी, बार-बार साइनस संक्रमण, अस्थमा, या एलर्जिक राइनाइटिस इसके प्रमुख कारण हैं। कभी-कभी यह समस्या आनुवंशिक भी हो सकती है.
लक्षण
नाक के मांस या हड्डी के बढ़ने के लक्षणों में शामिल हैं: नाक से सांस लेने में कठिनाई, सिरदर्द या चेहरे पर दबाव, बार-बार साइनस संक्रमण, सूंघने की क्षमता में कमी, और खर्राटे लेना.
घरेलू उपचार
नाक के बढ़े हुए मांस या हड्डी के लिए घरेलू उपचार में शामिल हैं: अर्जुन की छाल (50 ग्राम), अश्वगंधा (50 ग्राम), और नौशादर (20 ग्राम). इन सामग्रियों को पीसकर बारीक पाउडर बना लें और इसे एक डिब्बे में सुरक्षित रखें.
सेवन विधि
डॉक्टर के अनुसार, इस पाउडर का सेवन 2 ग्राम की मात्रा में सुबह खाली पेट और शाम को पानी के साथ करना चाहिए. नियमित सेवन से मात्र 15 दिन में नाक का बढ़ा हुआ मांस ठीक हो जाएगा.