तिहाड़ जेल में कैदियों के लिए मोबाइल फोन उपयोग की नई नीति

दिल्ली की तिहाड़ जेल में कैदियों के लिए मोबाइल फोन उपयोग की नई नीति लागू होने जा रही है। यह सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो अच्छे आचरण वाले कैदियों को अपने परिवार और कार्य से जुड़े रहने में मदद करेगा। इस नीति के तहत, मोबाइल फोन का उपयोग सख्त नियमों के साथ किया जाएगा, और इसके लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया तैयार की जा रही है। जानें इस नई नीति के पीछे का कारण और इसके संभावित प्रभाव।
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दिल्ली की तिहाड़ जेल में बदलाव

नई दिल्ली
दिल्ली की तिहाड़ जेल में कैदियों के लिए नियमों में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन होने जा रहा है। आमतौर पर सख्त नियमों के लिए जानी जाने वाली इस जेल में, प्रशासन अब अच्छे आचरण वाले कैदियों को मोबाइल फोन का उपयोग करने की अनुमति देने की योजना बना रहा है। इसे जेल सुधार की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है। ओपन जेल में रहने वाले कैदियों को इस सुविधा से अपने परिवार और कार्य से जुड़े रहने में मदद मिलेगी। हालांकि, यह सुविधा पूरी तरह से नियमों और निगरानी के दायरे में होगी। इसके लिए एक विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार की जा रही है। जेल अधिकारियों का मानना है कि इससे कैदियों को समाज में पुनः समाहित होने में सहायता मिलेगी.


हाईकोर्ट के निर्देशों का प्रभाव

हाईकोर्ट के फैसले के बाद लिया गया फैसला
यह बदलाव दिल्ली हाईकोर्ट के अक्टूबर में दिए गए निर्देशों के बाद शुरू हुआ। कोर्ट ने जेल प्रशासन को ओपन जेल के कैदियों के लिए मोबाइल उपयोग की संभावनाओं पर विचार करने के लिए कहा था। अदालत का मानना है कि सुरक्षा के साथ समझौता किए बिना कैदियों के पुनर्वास की दिशा में यह एक सकारात्मक कदम हो सकता है। यह मोबाइल उन कैदियों को दिए जाने की बात की जा रही है, जिन्हें 20 साल से अधिक या आजीवन कारावास की सजा मिली है और जिनका जेल में आचरण सही हो गया है.


ओपन जेल की विशेषताएँ

ओपन जेल क्या होती है?
ओपन जेल की व्यवस्था को सुधार की एक विशेष प्रणाली माना जाता है। यहां केवल उन्हीं कैदियों को रखा जाता है जिनका आचरण अच्छा होता है और जिन्हें समाज के लिए खतरा नहीं माना जाता। ओपन जेल में रहने वाले कैदी दिन के समय काम करने के लिए बाहर जाते हैं और शाम को निर्धारित समय पर वापस लौटते हैं। तिहाड़ की ओपन जेल को 2026 में दस साल पूरे होंगे। वर्तमान में यहां केवल 3 कैदी रह रहे हैं, जबकि यहां 25 से 30 कैदियों के रहने की क्षमता है। इस प्रकार की जेल का उद्देश्य कैदियों को सजा के साथ-साथ सामान्य जीवन के लिए धीरे-धीरे तैयार करना होता है.


मोबाइल उपयोग के नियम

मोबाइल इस्तेमाल को लेकर क्या होंगे नियम?
जेल अधिकारियों के अनुसार, मोबाइल फोन का उपयोग सख्त नियमों के साथ किया जाएगा। इसके लिए तिहाड़ जेल का कानूनी सेल एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार कर रहा है, जो अंतिम चरण में है। अधिकारियों के अनुसार, कैदी केवल उन्हीं मोबाइल नंबरों पर बात कर सकेंगे जो पहले से जेल प्रशासन के पास रजिस्टर और सत्यापित हैं। इसके अलावा, मोबाइल उपयोग की सीमा भी निर्धारित की जाएगी। सुबह काम पर जाते समय उन्हें फोन दिया जाएगा और शाम को लौटते समय फोन अधिकारियों को जमा कराना होगा। अधिकारियों का कहना है कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस सुविधा का दुरुपयोग न हो.