मासिक शिवरात्रि 2025: सर्वार्थसिद्धि योग के साथ विशेष पूजा का महत्व
मासिक शिवरात्रि 2025 की तिथि
मासिक शिवरात्रि 2025Image Credit source: AI
मासिक शिवरात्रि की तिथि: पंचांग के अनुसार, आज पौष माह की मासिक शिवरात्रि मनाई जा रही है। इस दिन भगवान शिव की पूजा के साथ 'सर्वार्थसिद्धि योग' का अद्भुत संयोग बन रहा है। ज्योतिष में इसे अत्यंत शुभ माना गया है, क्योंकि इस योग में किए गए कार्यों में शीघ्र सफलता मिलती है। हालांकि, शास्त्रों के अनुसार, इस दिन की गई एक छोटी सी भूल भी शुभ फल में बाधा डाल सकती है।
सर्वार्थसिद्धि योग और शिवरात्रि का महासंयोग
आज का दिन इसलिए खास है क्योंकि सर्वार्थसिद्धि योग में शिव की पूजा करने से भक्तों की सभी इच्छाएं जल्दी पूरी होती हैं।
सर्वार्थसिद्धि योग: यह योग सफलता का प्रतीक है। इसमें शुरू किया गया कोई भी नया कार्य या संकल्प कभी व्यर्थ नहीं जाता।
मासिक शिवरात्रि: हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है, जो वैवाहिक जीवन की बाधाओं और आर्थिक समस्याओं को दूर करने के लिए सर्वोत्तम मानी गई है।
शिवरात्रि पर न करें ये भूल!
क्रोध और अपमान से बचें: शिवरात्रि के दिन किसी पर क्रोध करना या किसी असहाय का अपमान करना सबसे बड़ा दोष माना गया है। शास्त्रों के अनुसार, शिव 'भोले' हैं, लेकिन वे अनुशासन प्रिय भी हैं। यदि आप आज के दिन घर में क्लेश करते हैं या अपशब्दों का प्रयोग करते हैं, तो सर्वार्थसिद्धि योग का सकारात्मक प्रभाव समाप्त हो जाता है और बनते हुए काम अंतिम समय पर रुक सकते हैं।
आज के दिन शिवलिंग पर 'तुलसी दल' भूलकर भी न चढ़ाएं। भगवान शिव की पूजा में तुलसी वर्जित मानी गई है, इससे महादेव रुष्ट हो सकते हैं।
अभिषेक: आज दूध में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें। इससे करियर में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
बेलपत्र: 11 बेलपत्रों पर चंदन से 'ॐ नमः शिवाय' लिखकर अर्पित करें।
दान: आज के दिन सफेद वस्तुओं (चावल, चीनी या दूध) का दान करना आपके भाग्य के द्वार खोल सकता है।
सर्वार्थसिद्धि योग का महत्व
सर्वार्थसिद्धि योग को हर कार्य में सफलता दिलाने वाला योग माना गया है। इस योग में किया गया जप, तप, पूजा-पाठ और दान अत्यंत फलदायी होता है। शिवरात्रि और सर्वार्थसिद्धि योग का संयोग दुर्लभ माना जाता है, इसलिए आज का दिन विशेष रूप से नौकरी, व्यापार, विवाह, संतान और आर्थिक समस्याओं के समाधान के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।
मासिक शिवरात्रि का महत्व
सनातन धर्म में मासिक शिवरात्रि को भगवान शिव की विशेष आराधना का दिन माना गया है। यह पर्व हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को आता है। मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से व्रत और पूजा करने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, शिवरात्रि वह तिथि है जब भगवान शिव बहुत ही कृपालु होते हैं। मासिक शिवरात्रि पर की गई पूजा से पापों का नाश होता है, नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। यह दिन आत्मशुद्धि और साधना का भी प्रतीक माना गया है।
