नींद में चलने वाले लोग: मल्टीटैलेंटेड और तेज दिमाग वाले

नींद में चलने की बीमारी को अक्सर मजाक में लिया जाता है, लेकिन हाल के शोध से पता चला है कि ऐसे लोग सामान्य लोगों की तुलना में अधिक मल्टीटैलेंटेड होते हैं। वैज्ञानिकों ने अध्ययन में पाया कि नींद में चलने वाले व्यक्तियों का मस्तिष्क तेज़ी से कार्य करता है और वे मल्टीटास्किंग में कुशल होते हैं। जानें इस विषय पर और क्या कहा गया है।
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नींद में चलने वाले लोग: मल्टीटैलेंटेड और तेज दिमाग वाले

नींद में चलने की बीमारी का अनोखा पहलू


नींद में चलने की समस्या पर अक्सर मजाक किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस बीमारी से ग्रस्त लोग वास्तव में अन्य लोगों की तुलना में अधिक मल्टीटैलेंटेड होते हैं? यह बात वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक अध्ययन में सामने आई है। नींद में चलने वाले व्यक्तियों का मस्तिष्क सामान्य लोगों की तुलना में तेज और अलग तरीके से कार्य करता है।


वैज्ञानिकों का शोध और परिणाम

जब वैज्ञानिकों ने इस विषय पर अनुसंधान किया, तो उन्होंने नींद में चलने वाले और सामान्य नींद लेने वाले लोगों को विशेष कार्य दिए। परिणामों ने वैज्ञानिकों को चौंका दिया। एक कार्य में, उन्हें उलटी गिनती करने के लिए कहा गया। नींद में चलने वाले लोगों ने बिना किसी कठिनाई के उलटी गिनती की, जबकि सामान्य नींद लेने वालों को इस कार्य में कठिनाई का सामना करना पड़ा।


अन्य प्रकार के कार्यों में भी यही परिणाम देखने को मिले। नींद में चलने वाले लोग मल्टीटास्किंग में सहज थे, जबकि सामान्य नींद लेने वाले लोगों को चुनौतियों का सामना करना पड़ा।


मल्टीटास्किंग में दक्षता

इन सभी कार्यों के आधार पर, वैज्ञानिकों ने यह निष्कर्ष निकाला कि नींद में चलने वाले लोग मल्टीटास्किंग में कुशल होते हैं। उनका मस्तिष्क तेजी से कार्य करता है, और जब भी उन्हें कोई कार्य सौंपा जाता है, वे तेजी से सोचते हैं और सामान्य लोगों की तुलना में अधिक रचनात्मक होते हैं।