कार्डिफ़ में संपन्न हुई 11वीं यूके नेशनल गटका चैंपियनशिप

कार्डिफ़ में संपन्न हुई 11वीं यूके नेशनल गटका चैंपियनशिप ने सिख मार्शल आर्ट के कौशल का अद्भुत प्रदर्शन किया। इस आयोजन में विभिन्न आयु वर्गों के खिलाड़ियों ने भाग लिया और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। विजेताओं को पुरस्कार और सम्मानित किया गया, जबकि सभी भाग लेने वाले गटका अखाड़ों को नकद पुरस्कार प्रदान किए गए। जानें इस प्रतियोगिता के बारे में और अधिक जानकारी।
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कार्डिफ़ में संपन्न हुई 11वीं यूके नेशनल गटका चैंपियनशिप

गटका चैंपियनशिप का सफल समापन

कार्डिफ़, वेल्स के निकट 11वीं यूके नेशनल गटका चैंपियनशिप ने शानदार समापन किया, जिसमें पारंपरिक सिख मार्शल आर्ट के कौशल का प्रदर्शन किया गया। सात प्रमुख गटका अखाड़ों के खिलाड़ियों ने अपनी तेज़ी और तकनीक से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।


प्रतियोगिता का उद्घाटन

इस चैंपियनशिप का उद्घाटन मुख्य अतिथि हरजीत सिंह ग्रेवाल, विश्व गटका महासंघ (WGF) और राष्ट्रीय गटका संघ भारत (NGAI) के अध्यक्ष ने किया। उनके साथ टनमंजीत सिंह धेसी, स्लॉउ से सांसद और गटका फेडरेशन यूके के अध्यक्ष, जगबीर सिंह जग्गा चकर, वेल्स कबड्डी क्लब के अध्यक्ष, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। सांसद धेसी ने कहा कि वार्षिक प्रतियोगिताएं यूके की युवा पीढ़ी में गटका खेल के प्रति बढ़ते उत्साह को दर्शाती हैं।


प्रतियोगिताओं के परिणाम

चैंपियनशिप में सभी प्रतियोगिताएं व्यक्तिगत इवेंट्स के रूप में आयोजित की गईं। लड़कियों की श्रेणी में, 14 वर्ष से कम की उम्र में, अकाली फुला सिंह गटका अखाड़ा कोवेंट्री की रूप कौर ने अपनी साथी मनरूप कौर को हराकर पहला स्थान प्राप्त किया। लड़कों की श्रेणी में, 17 वर्ष से कम की उम्र में, बाबा फतेह सिंह गटका अखाड़ा वूलविच के नवजोत सिंह ने जीत हासिल की।


पुरस्कार वितरण

18 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों की श्रेणी में, जंगी हॉर्सेज क्लब वूलविच के गुरदीप सिंह ने पहला स्थान प्राप्त किया। सभी विजेताओं को पदक और ट्रॉफियां प्रदान की गईं, जबकि सभी भाग लेने वाले गटका अखाड़ों को प्रशिक्षण सुविधाओं को मजबूत करने के लिए £1,000 का नकद पुरस्कार दिया गया।


कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति

हरजीत सिंह ग्रेवाल ने सांसद धेसी की गटका प्रतियोगिताओं के आयोजन में निरंतर प्रयासों की सराहना की। सांसद धेसी ने सभी प्रतिभागियों और स्वयंसेवकों को बधाई दी और स्वानसी और कार्डिफ़ के गुरुद्वारा प्रबंधन समितियों का आभार व्यक्त किया।