करण गोयल: IIT से स्टार्टअप तक, 10 करोड़ डॉलर की फंडिंग से बने चर्चा का केंद्र
करण गोयल का परिचय
करण गोयलImage Credit source: @krandiash
आईआईटी दिल्ली से इंजीनियरिंग की डिग्री और स्टैनफोर्ड से उच्च शिक्षा प्राप्त करण गोयल आज टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक प्रमुख नाम बन चुके हैं। उनकी कंपनी कार्टेसिया ने हाल ही में 10 करोड़ डॉलर की फंडिंग प्राप्त की है, जिसने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है। गोयल का नवीनतम वॉयस एआई मॉडल, सोनिक-3, स्पीच टेक्नोलॉजी में एक नई ऊंचाई पर पहुंच रहा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी साझा की कि उनकी कंपनी को क्लेनर पर्किन्स, इंडेक्स वेंचर्स, लाइटस्पीड और एनवीडिया जैसे प्रमुख निवेशकों से यह फंडिंग मिली है।
सोनिक-3: एक नई तकनीकी उपलब्धि
उन्होंने सोनिक-3 नामक वॉयस मॉडल का अनावरण किया, जो 42 भाषाओं में वास्तविक समय में संवाद करने की क्षमता रखता है। यह मॉडल केवल 190 मिलीसेकंड में प्रतिक्रिया देता है, जिससे बातचीत अधिक स्वाभाविक और मानवीय अनुभव बनती है।
गोयल ने यह भी कहा कि उनका मॉडल भावनाओं को समझने की क्षमता रखता है और यदि वे इसे बेहतर नहीं बना सके, तो वे 5,000 डॉलर किसी चैरिटी को दान करने का वादा करते हैं। यह बयान तेजी से वायरल हुआ और इसे दुनियाभर के इंजीनियरों और एआई विशेषज्ञों ने सराहा।
करण गोयल की शैक्षिक पृष्ठभूमि
करण गोयल ने आईआईटी दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की, इसके बाद कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय से मशीन लर्निंग में मास्टर्स और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में पीएचडी की। 2023 में कार्टेसिया की स्थापना से पहले, वे सेल्सफोर्स एआई रिसर्च और स्नोर्कल एआई जैसी कंपनियों में कार्यरत रहे। ग्रेलॉक एक्स फेलोशिप के दौरान, उन्होंने स्टार्टअप और निवेश के क्षेत्र में गहरी समझ विकसित की।
आज, करण गोयल को रियल-टाइम वॉयस एआई के क्षेत्र में भारत का उभरता सितारा माना जा रहा है, जो तकनीक के माध्यम से संवाद को और अधिक प्राकृतिक और मानवीय बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
यह खबर भी पढ़ें-Mumbai hostage Case: कौन हैं API अमोल वाघमारे? जिन्होंने पवई में रोहित आर्य का एनकाउंटर किया
