अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों पर केंद्रीय मंत्री का बयान
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में जीएसटी सुधारों पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया डेढ़ साल पहले शुरू हुई थी और इसका किसी बाहरी कारक से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने जीएसटी के प्रभाव और इसके तहत होने वाले बदलावों के बारे में भी चर्चा की। मंत्री ने कहा कि यह सुधार भारत की अर्थव्यवस्था को नई ऊँचाई पर पहुँचाने में मदद करेगा। जानें इस महत्वपूर्ण विषय पर और क्या कहा गया।
Sep 6, 2025, 14:41 IST
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जीएसटी सुधारों की प्रक्रिया का विवरण
केंद्रीय मंत्री और भाजपा के नेता अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हाल ही में शुरू किए गए अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों पर कार्य लगभग डेढ़ साल पहले प्रारंभ हुआ था। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस प्रक्रिया का किसी बाहरी कारक से कोई संबंध नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि क्या जीएसटी सुधारों का अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए टैरिफ से कोई संबंध है, तो वैष्णव ने कहा कि जीएसटी सुधारों की तैयारी अमेरिकी चुनावों से पहले शुरू हुई थी। यह पहल प्रधानमंत्री मोदी के सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के स्पष्ट लक्ष्य के तहत की गई थी। यह जीएसटी सुधार देश की विकास यात्रा को आगे बढ़ाने का कार्य करेगा।
जीएसटी सुधारों का प्रभाव
वैष्णव ने अमेरिकी टैरिफ का उल्लेख करते हुए कहा कि डेढ़ साल से चल रही जीएसटी सुधार प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हर कदम पर मार्गदर्शन किया है और इस अगली पीढ़ी के सुधार में बाहरी कारकों की कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने जीएसटी से पहले की स्थिति का उदाहरण दिया, जब माल से भरे ट्रकों को राज्य की सीमाओं पर लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता था। अब यह प्रक्रिया सरल हो गई है, और ई-वे बिल कुछ ही सेकंड में बन जाते हैं।
आर्थिक दृष्टिकोण से जीएसटी का महत्व
जीएसटी को 2017 में लागू किया गया था। वैष्णव ने कहा कि 2025-26 के बजट में आयकर राहत और जीएसटी दरों को युक्तिसंगत बनाने से भारत की अर्थव्यवस्था को एक नई ऊँचाई पर पहुँचाने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि 2014 से पहले, कराधान प्रणाली बहुत जटिल थी, जिसमें वस्तुओं पर कई स्तरों पर कर लगाया जाता था। जीएसटी ने इसे सरल बना दिया है। उन्होंने कहा कि अगली पीढ़ी के सुधारों के तहत सभी दैनिक उपयोग की वस्तुओं पर जीएसटी कम किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से जो वादा किया था, वह पूरा हो गया है।
जीएसटी सुधारों का भविष्य
22 सितंबर, नवरात्रि के पहले दिन, जीएसटी दरों में सभी बदलाव लागू हो जाएंगे। वैष्णव ने कहा कि यह जीएसटी सुधार भारत की अर्थव्यवस्था को और आगे बढ़ाएगा। उन्होंने बताया कि हमारी जीडीपी वर्तमान में 3.30 लाख करोड़ रुपये है, जिसमें से 2.02 लाख करोड़ रुपये हमारी खपत है। यदि हमारी खपत 10% भी बढ़ती है, तो यह 20 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त खपत का योगदान देगी, जो जीडीपी में वृद्धि करेगी।