सोने की दिशा: दरवाजे की ओर पैर रखना क्यों है गलत?

क्या आप जानते हैं कि सोते समय दरवाजे की ओर पैर रखना क्यों गलत माना जाता है? यह लेख आपको बताएगा कि वास्तु शास्त्र और परंपराएं इस पर क्या कहती हैं। जानें कि यह न केवल एक अंधविश्वास है, बल्कि स्वास्थ्य पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। साथ ही, यदि आपके कमरे का लेआउट ऐसा है कि आपको दरवाजे की ओर पैर रखना पड़ता है, तो इसके उपाय भी जानें।
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सोने की दिशा: दरवाजे की ओर पैर रखना क्यों है गलत?

सोने की दिशा का महत्व


सोने की दिशा का महत्व: रात में सोते समय हमारी नींद और आराम बहुत महत्वपूर्ण होते हैं, लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर ध्यान दिया है कि आप किस दिशा में सोते हैं? हमारे बुजुर्ग अक्सर कहते हैं कि हमें रात में अपने पैर दरवाजे की ओर नहीं रखने चाहिए। कई लोग इसे केवल एक अंधविश्वास मानते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र और विज्ञान इसे अलग नजरिए से देखते हैं। दरवाजा केवल घर का प्रवेश द्वार नहीं है, बल्कि ऊर्जा का मुख्य केंद्र भी है। आपकी नींद और आराम पर उस ऊर्जा के प्रवाह का सीधा प्रभाव पड़ता है। यदि आप जानना चाहते हैं कि दरवाजे की ओर पैर रखना सही है या गलत, तो यह लेख आपके लिए है। भोपाल के ज्योतिषी और वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा इस विषय पर अधिक जानकारी प्रदान करते हैं।


दरवाजे की ओर पैर रखना क्यों गलत माना जाता है?

वास्तु शास्त्र में, मुख्य दरवाजा घर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इसे घर में ऊर्जा के प्रवेश और निकास का मार्ग माना जाता है। यदि कोई व्यक्ति सोते समय अपने पैर दरवाजे की ओर रखता है, तो ऐसा माना जाता है कि नकारात्मक ऊर्जा उस व्यक्ति को सीधे प्रभावित कर सकती है। इसलिए इसे अशुभ माना जाता है।


परंपरा और धार्मिक विश्वासों का प्रभाव

हमारे बुजुर्गों का मानना था कि दरवाजे की ओर पैर रखना अपमानजनक है। वास्तु के विशेषज्ञ बताते हैं कि दरवाजा घर का प्रवेश द्वार है, और वहां पैर रखना भगवान या घर की देवी लक्ष्मी का अपमान माना जाता है। यही कारण है कि इसे प्राचीन समय से वर्जित किया गया है। यह केवल एक परंपरा नहीं है, बल्कि एक नियम है जिसे पालन करना चाहिए।


यह नियम स्वास्थ्य से भी संबंधित है

यह केवल एक परंपरा नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। दरवाजे से आने-जाने वाली हवा और गतिविधि आपकी नींद को बाधित कर सकती है। कभी-कभी, इस दिशा में पैर रखने से मन पूरी तरह से आराम नहीं कर पाता और गहरी नींद में बाधा आती है। इसलिए, वास्तु ने इसे इस तरह से देखा है कि नींद बाधित न हो और शरीर और मन दोनों आरामदायक रहें।


यह विश्वास विदेशों में भी प्रचलित है

दिलचस्प बात यह है कि यह न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी वर्जित है। पश्चिमी देशों में इसे "कोफिन पोजीशन" कहा जाता है। प्राचीन समय में, मृत शरीर को भी दरवाजे की ओर पैर करके ले जाया जाता था। इसलिए, वहां भी इसे बुरा संकेत माना जाता है और सोते समय इससे बचने की सलाह दी जाती है।


समाधान क्या हैं?

यदि आपके कमरे का लेआउट ऐसा है कि दरवाजे की ओर पैर रखना अनिवार्य है, तो चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। वास्तु शास्त्र कई उपाय प्रदान करता है।

सोने की दिशा: दरवाजे की ओर पैर रखना क्यों है गलत?

1. बिस्तर और दरवाजे के बीच एक परदा या विभाजन लगाएं।
2. सोते समय दरवाजा बंद रखें।
3. कमरे में उचित ऊर्जा प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए मंद रोशनी और साफ-सफाई बनाए रखें।

इन छोटे उपायों के साथ, आप दरवाजे की ओर पैर रखने के प्रभाव को कम कर सकते हैं और अपनी नींद और मानसिक शांति को बनाए रख सकते हैं।

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