वास्तु के अनुसार घड़ी लगाने के लिए शुभ दिशाएं

समय का महत्व और घड़ी का स्थान
किसी भी व्यक्ति के जीवन में समय की अहमियत को समझते हुए, लोग अपने घरों में घड़ी लगाना पसंद करते हैं। चाहे घर हो या ऑफिस, हर जगह घड़ी की उपस्थिति देखने को मिलती है।
वास्तुशास्त्र में घड़ी का महत्व
कहा जाता है कि यदि घर में घड़ी सही से चलती रहे, तो जीवन भी उसी तरह आगे बढ़ता है। वास्तुशास्त्र में घर की दिशा के अनुसार कई सुझाव दिए गए हैं।
घड़ी लगाने के लिए शुभ दिशाएं
पूर्व दिशा: वास्तु के अनुसार, घर की पूर्व दिशा में घड़ी लगाना सबसे शुभ माना जाता है। यह दिशा सूर्य के उदय की दिशा है, जो नई शुरुआत और ऊर्जा का प्रतीक है। यहाँ घड़ी लगाने से लक्ष्मी का आगमन होता है और परिवार में सकारात्मकता बनी रहती है।
उत्तर दिशा: उत्तर दिशा को भी घड़ी लगाने के लिए शुभ माना गया है, क्योंकि यह धन और समृद्धि की दिशा है। यहाँ घड़ी लगाने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
पश्चिम दिशा: यदि पूर्व और उत्तर दिशा में घड़ी लगाने की जगह नहीं है, तो पश्चिम दिशा में भी घड़ी लगाई जा सकती है। हालांकि, इसे प्राथमिकता नहीं दी जाती।
दक्षिण दिशा: दक्षिण दिशा में घड़ी लगाना अशुभ माना जाता है। इसे यम की दिशा कहा जाता है, जो नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।
दरवाजे के ऊपर घड़ी न लगाएं: मुख्य द्वार या किसी दरवाजे के ऊपर घड़ी लगाना शुभ नहीं माना जाता है। इससे नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश कर सकती है।
बेडरूम में घड़ी का स्थान: बेडरूम में घड़ी लगाते समय ध्यान रखें कि यह बेड के सामने न हो, क्योंकि सोते समय इसका प्रतिबिंब नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।