मौत के बाद भी जीवित रहने वाले मानव अंगों की जानकारी

क्या आप जानते हैं कि मृत्यु के बाद भी कुछ मानव अंग जीवित रहते हैं? इस लेख में हम जानेंगे कि कौन से अंग कितने समय तक सक्रिय रहते हैं और उनका ट्रांसप्लांट कैसे किया जाता है। आंखों, किडनी, दिल और जिगर के बारे में जानें, और यह भी कि त्वचा और हड्डियों को कितने समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है। यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है, खासकर अंगदान के संदर्भ में।
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मौत के बाद भी जीवित रहने वाले मानव अंगों की जानकारी

मानव शरीर के अंगों की जीवित रहने की अवधि

These parts of the body remain alive for the longest time after death, transplant happens in such a long time


जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है, तो उसके शरीर को दफनाया या जलाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मृत्यु के बाद भी कई अंग सक्रिय रहते हैं? कई घंटों तक कुछ अंग काम करते रहते हैं, जिससे उन्हें अन्य मरीजों में ट्रांसप्लांट किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि कौन सा अंग सबसे लंबे समय तक जीवित रहता है। जब एक व्यक्ति की मृत्यु होती है, तो उसके शरीर के विभिन्न अंग धीरे-धीरे निष्क्रिय हो जाते हैं। दिल की धड़कन रुकने के बाद, मस्तिष्क को ऑक्सीजन की आपूर्ति भी बंद हो जाती है।


आंखें कितनी देर तक जीवित रहती हैं?
जो लोग अंगदान करते हैं, उनकी मृत्यु के बाद उनके शरीर से कई अंग निकाले जाते हैं। आंखें सबसे अधिक दान की जाती हैं, और इन्हें मृत्यु के 6 घंटे के भीतर निकालना आवश्यक होता है। इसके बाद, इन्हें आई बैंक में रखा जाता है और जरूरतमंद मरीजों पर ट्रांसप्लांट किया जाता है। इसका मतलब है कि इंसान की आंखें 6 से 8 घंटे तक जीवित रहती हैं।


इन अंगों का ट्रांसप्लांट
आंखों के अलावा, किडनी, दिल और जिगर का भी ट्रांसप्लांट किया जाता है। मृत्यु के बाद, इन अंगों की कोशिकाएं सक्रिय रहती हैं, इसलिए इन्हें कुछ घंटों के भीतर निकालकर अन्य मरीजों को दिया जा सकता है। दिल को मृत्यु के 4 से 6 घंटे के भीतर ट्रांसप्लांट किया जाता है, जबकि किडनी 72 घंटे और जिगर 8 से 12 घंटे तक जीवित रहता है।


सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाला अंग
यदि हम उन अंगों की बात करें जो सबसे लंबे समय तक जीवित रहते हैं, तो त्वचा और हड्डियों को लगभग 5 साल तक सुरक्षित रखा जा सकता है। वहीं, दिल के वाल्व को 10 साल तक जीवित रखा जा सकता है। इस जानकारी को ऑर्गन डोनेशन के लिए काम करने वाली संस्था डोनेट लाइफ की वेबसाइट पर साझा किया गया है।