भारत के 5 रहस्यमयी शिव मंदिर जो चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध हैं

भारत में भगवान शिव के कई मंदिर हैं, जिनमें से कुछ अद्भुत चमत्कारों और रहस्यमयी शक्तियों के लिए प्रसिद्ध हैं। इस लेख में हम आपको 5 ऐसे मंदिरों के बारे में बताएंगे, जो न केवल आस्था का प्रतीक हैं, बल्कि विज्ञान के लिए भी पहेली बने हुए हैं। जानें इन मंदिरों की विशेषताएं और उनके अद्भुत चमत्कार।
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भारत के 5 रहस्यमयी शिव मंदिर जो चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध हैं

भारत के अद्भुत शिव मंदिर


भारत में भगवान शिव के अनेक मंदिर हैं, लेकिन कुछ मंदिर अपनी रहस्यमयी शक्तियों और अद्भुत चमत्कारों के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं। इन मंदिरों से जुड़ी मान्यताएं और घटनाएं न केवल आस्था का प्रतीक हैं, बल्कि विज्ञान के लिए भी एक पहेली बनी हुई हैं। आइए जानते हैं भोलेनाथ के 5 ऐसे अद्भुत और चमत्कारी मंदिरों के बारे में—


1. बिजली महादेव मंदिर – हिमाचल प्रदेश

मनाली से लगभग 60 किलोमीटर और कुल्लू से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह मंदिर अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है।



  • यहां हर 12 साल में एक बार शिवलिंग पर आसमानी बिजली गिरती है, जिससे वह टुकड़ों में बिखर जाता है।

  • पुजारी इन टुकड़ों को मक्खन से जोड़ते हैं और कुछ समय बाद शिवलिंग फिर से अपने मूल रूप में लौट आता है।


2. अचलेश्वर महादेव मंदिर – राजस्थान

माउंट आबू का यह मंदिर अपनी अनोखी विशेषता के लिए जाना जाता है।



  • यहां का शिवलिंग दिन में केसरिया और शाम को सांवला रंग का हो जाता है।

  • इस मंदिर में भगवान शिव के अंगूठे की पूजा होती है, जो इसे और भी खास बनाता है।


3. ऐरावतेश्वर महादेव मंदिर – तमिलनाडु

दक्षिण भारत का यह मंदिर अपनी अद्भुत संगीत सीढ़ियों के लिए प्रसिद्ध है।



  • सीढ़ियों पर कदम रखते ही वहां से मधुर संगीत की ध्वनि निकलती है।

  • इस अद्भुत ध्वनि का रहस्य आज तक वैज्ञानिक भी नहीं समझ पाए हैं।


4. भूतेश्वर महादेव मंदिर – छत्तीसगढ़

मरोदा गांव में स्थित इस मंदिर का शिवलिंग हर रोज 6 से 8 इंच बढ़ता है।



  • मान्यता है कि भगवान शंकर और पार्वती यहां आकर शिवलिंग के रूप में विराजमान हो गए।

  • सावन माह में यहां भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं।


5. निष्कलंक महादेव मंदिर – गुजरात

भावनगर के कोलियाक तट पर स्थित यह मंदिर अरब सागर के किनारे है।



  • यहां 5 स्वयंभू शिवलिंग हैं, जो समुद्र में ज्वार आने पर पानी में डूब जाते हैं।

  • कहा जाता है कि महाभारत काल में पांडवों ने यहां वर्षों तक तपस्या की थी।


निष्कर्ष

इन मंदिरों की रहस्यमय घटनाएं और चमत्कार आस्था और विश्वास का अद्भुत संगम प्रस्तुत करते हैं।