बाबा खाटू श्याम जी का जन्मोत्सव: भोग और पूजा विधि
बाबा खाटू श्याम जी का जन्मोत्सव
बाबा खाटू श्याम जी
बाबा खाटू श्याम जी का जन्मोत्सव: आज कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी है, जो विशेष महत्व रखती है। इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की योगनिद्रा से जागते हैं। इस अवसर पर बाबा खाटू श्याम जी का जन्मोत्सव भी मनाया जाता है। देवउठनी एकादशी के साथ-साथ यह पर्व भक्तों के लिए विशेष है।
कहा जाता है कि इस दिन बाबा जी की पूजा से सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। भक्तों को उनके जन्मोत्सव पर कुछ खास चीजों का भोग अर्पित करना चाहिए। मान्यता है कि इन भोगों से बाबा जी जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं। आइए जानते हैं कि इस दिन किन चीजों का भोग लगाना शुभ माना जाता है।
खाटू श्याम जी को भोग अर्पित करें
कच्चे दूध का भोग
बाबा खाटू श्याम जी के जन्मोत्सव पर गाय के कच्चे दूध का भोग अर्पित करना चाहिए। यह भोग बाबा जी को बहुत प्रिय है और इसे खाटू की धरती पर सबसे पहले स्वीकार किया गया था। कच्चे दूध का भोग लगाने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
खीर और चूरमा का भोग
खीर और चूरमा बाबा खाटू श्याम जी को बहुत पसंद हैं। विशेष रूप से द्वादशी के दिन, घरों में इनका भोग अर्पित करना चाहिए। मान्यता है कि इस भोग से भक्तों की मनोकामनाएं जल्दी पूरी होती हैं।
पंचमेवे का भोग
बाबा खाटू श्याम जी के प्रिय भोगों में पंचमेवा भी शामिल है। यह प्रसाद लंबे समय तक खराब नहीं होता है। उनके जन्मोत्सव पर पंचमेवा का भोग अर्पित करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे घर में धन-धान्य बढ़ता है।
खोए के पेड़े का भोग
बाबा खाटू श्याम जी को दूध से बनी मिठाइयां, विशेषकर खोए के पेड़े, बहुत प्रिय हैं। उनके जन्मोत्सव पर इसका भोग अर्पित करना चाहिए। इससे बाबा जी प्रसन्न होते हैं और भक्तों को उनका आशीर्वाद मिलता है।
बाबा खाटू श्याम जी का परिचय
बाबा खाटू श्याम जी का संबंध महाभारत काल से है। वे भीम के पोते और घटोत्कच के पुत्र बर्बरीक थे। बर्बरीक में अपार शक्ति थी और भगवान श्रीकृष्ण ने उनसे उनका शीश दान में मांगा था। भगवान श्रीकृष्ण ने उनके दान से प्रसन्न होकर उन्हें यह वरदान दिया कि उनकी पूजा कलयुग में होगी। मान्यता है कि बाबा खाटू श्याम के दर्शन मात्र से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
