प्रेम विवाह में बाधाओं को दूर करने के ज्योतिषीय उपाय

प्रेम विवाह में अक्सर कई बाधाएं आती हैं, जैसे परिवार की असहमति या ग्रहों का नकारात्मक प्रभाव। इस लेख में जानें उन ज्योतिषीय उपायों के बारे में जो प्रेम विवाह में आने वाली रुकावटों को दूर कर सकते हैं। विशेष मंत्रों, रंगों और यंत्रों के माध्यम से आप अपने प्रेम विवाह के योग को मजबूत कर सकते हैं। जानें कैसे सूर्य देव की पूजा और शुक्र यंत्र की स्थापना से आप अपने प्रेम विवाह की राह को आसान बना सकते हैं।
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प्रेम विवाह में आने वाली बाधाएं

कई बार प्रेम विवाह करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। विभिन्न समस्याएं या रुकावटें सामने आती हैं। कभी-कभी परिवार वाले सहमत नहीं होते, तो कभी कपल के बीच विवाह की बात ही नहीं बनती। यह कम ही लोग जानते हैं कि कुंडली में ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव भी प्रेम विवाह में रुकावट डाल सकते हैं। ज्योतिष के अनुसार, चार ग्रह ऐसे हैं जो प्रेम विवाह में बाधा डाल सकते हैं। आइए, इन उपायों के बारे में विस्तार से जानते हैं।


कुंडली में ग्रहों को स्थिर करने के उपाय

यदि प्रेम विवाह में सफलता नहीं मिल रही है, तो शुक्ल पक्ष के गुरुवार को विष्णु जी और माता लक्ष्मी की पूजा करें। इस दिन भगवान के सामने बैठकर स्फटिक की माला से 'ऊं लक्ष्मी नारायण नम:' मंत्र का जाप करें। यह उपाय तीन महीने तक करने से शुभ परिणाम मिल सकते हैं।


कपड़ों के रंग का महत्व

विवाह का कारक शुक्र ग्रह है, जबकि मंगल कार्यों का कारक गुरु बृहस्पति है। इसलिए, गुरु और शुक्र ग्रह को मजबूत करने के उपाय करें। जैसे गुरुवार को पीले रंग के कपड़े पहनें और शुक्रवार को सफेद या चमकीले कपड़े पहनें। ध्यान दें कि प्रेम विवाह में रुकावट का कारण शुक्र, गुरु और सूर्य के अलावा शनि ग्रह भी हो सकता है। यदि शनि की दृष्टि शुक्र पर पड़ती है, तो रिश्ते में तनाव या गलतफहमियां उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में शनिवार को शनिदेव की पूजा करें और काले कपड़े पहनें।


शुक्र यंत्र की स्थापना

यदि प्रेम विवाह में बाधाएं खत्म नहीं हो रही हैं, तो घर में शुक्र यंत्र की स्थापना करें और उसकी विधि से पूजा करें। शुक्र ग्रह के बीज मंत्र का नियमित जाप करें और कुछ विशेष चीजों का दान करें, जैसे सफेद वस्त्र। शुक्रवार का व्रत करें और ओपल रत्न की अंगूठी पहन सकते हैं, लेकिन रत्न ज्योतिषाचार्य की सलाह पर ही पहनें।


सूर्य देव की पूजा

यदि प्रेम विवाह की कोशिशें सफल नहीं हो रही हैं, तो सुबह उठकर सूर्य देव को जल का अर्घ्य दें। गायत्री मंत्र का सच्चे मन से जाप करें। इससे प्रेम विवाह के योग बनेंगे और देवी-देवताओं का आशीर्वाद भी प्राप्त होगा।