नवरात्रि 2025: देवी दुर्गा को लाल फूलों का महत्व

नवरात्रि 2025 के अवसर पर देवी दुर्गा को अर्पित किए जाने वाले लाल फूलों का महत्व जानें। क्या केवल लाल फूल अर्पित करना आवश्यक है? पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार, देवी को अन्य रंग के फूल भी अर्पित किए जा सकते हैं। जानें इस विषय में और अधिक जानकारी और देवी की भक्ति के बारे में।
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नवरात्रि 2025: देवी दुर्गा को लाल फूलों का महत्व

नवरात्रि 2025:


हर साल, जब नवरात्रि या कोई विशेष पूजा होती है, तो हम देखते हैं कि देवी दुर्गा को विशेष रूप से लाल फूल अर्पित किए जाते हैं। मंदिरों, घरों में पूजा और अनुष्ठानों में लाल हिबिस्कस या लाल गुलाब अक्सर देवी के चरणों में रखे जाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? क्या अन्य रंग के फूल अर्पित करना मना है? या क्या देवी नाराज हो जाती हैं? इन सवालों के जवाब जानने के लिए हमने भोपाल के ज्योतिषी और वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से बात की और धार्मिक ग्रंथों में भी खोजबीन की।


लाल का देवी से गहरा संबंध

लाल रंग को शक्ति, साहस और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। देवी दुर्गा, जो राक्षसों का संहारक और संसार की रक्षक मानी जाती हैं, की एक प्रचंड और उग्र रूप भी है। इसलिए, लाल रंग को उनका प्रिय रंग माना जाता है। देवी दुर्गा की मूर्तियों में, आप देख सकते हैं कि उनके साड़ी, घूंघट और आभूषणों में लाल रंग प्रमुख होता है। यह रंग देवी की युद्ध कौशल और अपने भक्तों के प्रति प्रेम का प्रतीक है।


लाल फूलों का विशेष महत्व

पंडितों के अनुसार, पूजा के दौरान फूल अर्पित करना केवल एक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह भक्ति का एक प्रतीक है। जब हम किसी को फूल देते हैं, तो यह हमारे प्रेम और सम्मान का प्रतीक होता है। इसी तरह, देवी को फूल अर्पित करना हमारी आस्था को दर्शाता है। लाल हिबिस्कस फूल विशेष रूप से देवी दुर्गा को प्रिय है। कहा जाता है कि इस फूल की चमक और उजाला देवी की शक्ति का प्रतीक है। यह फूल जल्दी ही देवी को प्रसन्न करता है और हमें उनके आशीर्वाद प्राप्त करने में मदद करता है।


क्या हम अन्य रंग के फूल नहीं अर्पित कर सकते?

यह मान्यता कि केवल लाल फूल अर्पित किए जाने चाहिए, पूरी तरह से सही नहीं है। अन्य फूल, जैसे कि गेंदा, चंपा, चमेली, और रजनीगंधा भी देवी को अर्पित किए जा सकते हैं। देवी अपने भक्तों की भक्ति का मूल्य रंग से नहीं आंकतीं। यदि भावना सच्ची है, तो किसी भी फूल को देवी को समर्पित किया जा सकता है। हां, विशेष अवसरों पर, जैसे नवरात्रि, लाल फूल अर्पित करने से देवी से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसलिए, लाल फूलों को थोड़ा अधिक महत्व दिया जाता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि अन्य फूलों का अर्पण मना है।


पंडित जी का कहना

पंडित जी के अनुसार, पूजा के दौरान फूल अर्पित करने से घर में शुभता और सकारात्मक ऊर्जा आती है। विशेष रूप से यदि पूजा में लाल फूलों का उपयोग किया जाए, तो वातावरण जीवंत और ऊर्जावान रहता है। यह न केवल पूजा को सफल बनाता है, बल्कि परिवार में खुशी, शांति और समृद्धि भी लाता है।


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