कार्तिक अमावस्या 2025: शुभ संयोग और स्नान-दान का महत्व

कार्तिक अमावस्या 2025 का महत्व धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक है। इस दिन श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और दान करते हैं, जिससे पुण्य की प्राप्ति होती है। जानें इस दिन के शुभ योग और स्नान-दान का सही समय।
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कार्तिक अमावस्या 2025: शुभ संयोग और स्नान-दान का महत्व

कार्तिक अमावस्या 2025 का महत्व

कार्तिक अमावस्या 2025: शुभ संयोग और स्नान-दान का महत्व


कार्तिक अमावस्या 2025




कार्तिक अमावस्या 2025: इस दिन का विशेष महत्व है। इस अवसर पर श्रद्धालु गंगा और अन्य पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। दान करना भी इस दिन अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। अमावस्या के दिन भगवान शिव या विष्णु की पूजा करने से पापों का नाश होता है।


इस दिन पितरों का तर्पण और पिंडदान भी किया जाता है। आज स्नान-दान की अमावस्या मनाई जा रही है, जिसकी तिथि 20 अक्टूबर को शुरू हुई और यह शाम तक रहेगी। इस दिन कई शुभ योग भी बन रहे हैं। आइए जानते हैं कि आज कौन-से योग बन रहे हैं और स्नान-दान का मुहूर्त क्या है।


कार्तिक मास की अमावस्या का समय


कार्तिक मास की अमावस्या 20 अक्टूबर को दोपहर 3:44 बजे से शुरू हुई और यह शाम 5:54 बजे तक रहेगी। उदयातिथि के अनुसार, आज अमावस्या मनाई जा रही है।


कार्तिक अमावस्या के शुभ योग


आज विष्कुंभ योग 3:16 बजे तक रहेगा, इसके बाद प्रीति योग शुरू होगा। अभिजीत मुहूर्त आज दिन में 11:43 बजे से शुरू होकर 12:28 बजे तक रहेगा। अमृत काल दोपहर 03:51 बजे से शुरू होगा और शाम 05:38 बजे तक रहेगा।


स्नान-दान का समय


आज कार्तिक अमावस्या का स्नान-दान किया जा सकता है, क्योंकि यह तिथि शाम तक रहेगी। इस समय पवित्र नदी में स्नान और पूजा-पाठ से बहुत लाभ होगा। इस दिन स्नान-दान करने वाले लोग पुण्य प्राप्त करते हैं। कार्तिक अमावस्या पर पवित्र नदी में स्नान करने से मन शुद्ध होता है। यह दिन आध्यात्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।


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