कर्ज मुक्ति के लिए ज्योतिषीय उपाय: मंगल ग्रह की भूमिका
कर्ज और मंगल ग्रह का संबंध
मंगल ग्रहImage Credit source: AI
कर्ज का बोझ और ज्योतिष: आर्थिक उतार-चढ़ाव जीवन का हिस्सा हैं, लेकिन जब कर्ज इतना बढ़ जाए कि उसे चुकाना मुश्किल हो जाए, तो व्यक्ति निराश हो जाता है। ज्योतिष के अनुसार, ग्रहों की स्थिति हमारी आर्थिक स्थिति और कर्ज के बोझ के लिए जिम्मेदार होती है। क्या आप जानते हैं कि आपकी जन्म कुंडली में कौन सा ग्रह आपके कर्ज का मुख्य कारण हो सकता है? ज्योतिषियों का मानना है कि यह ग्रह मंगल है। आइए जानते हैं कि मंगल कैसे कर्ज की समस्याएं उत्पन्न करता है।
कर्ज का मुख्य कारक: मंगल ग्रह
कर्ज का मुख्य कारक ग्रह: मंगल (Mars)
ज्योतिष में, कुंडली का छठा भाव कर्ज, रोग और शत्रु का प्रतिनिधित्व करता है, और इसका स्वामी ग्रह मंगल है।
क्यों बनता है मंगल कर्ज का कारण?
कर्ज का कारण मंगल का प्रभाव
छठे भाव का स्वामी मंगल: जब मंगल ग्रह कुंडली के छठे, आठवें या बारहवें भाव में अशुभ स्थिति में होता है, तो यह कर्ज की स्थिति को जन्म देता है।
मंगल का क्रूर प्रभाव: मंगल उग्रता और जोखिम का प्रतीक है। जब यह अशुभ होता है, तो व्यक्ति बिना सोचे-समझे कर्ज ले लेता है, जिससे बाद में चुकाना मुश्किल हो जाता है।
अशुभ ग्रहों का संबंध: यदि कुंडली में मंगल पर शनि, राहु या केतु जैसे ग्रहों का प्रभाव हो, तो कर्ज चुकाना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
नीच राशि में मंगल: यदि मंगल अपनी नीच राशि कर्क में हो, तो व्यक्ति को बार-बार कर्ज लेना पड़ता है।
कर्ज मुक्ति के उपाय
हनुमान जी की पूजा
उपाय: कर्ज मुक्ति के लिए हनुमान जी की पूजा अत्यंत प्रभावी मानी जाती है। हर मंगलवार की शाम को हनुमान मंदिर जाकर या घर पर बैठकर “ऋण मोचक मंगल स्तोत्र” का पाठ करें।
लाभ: यह स्तोत्र मंगल के अशुभ प्रभाव को कम करता है और कर्ज चुकाने में मदद करता है।
सूर्य देव को अर्घ्य
उपाय: प्रतिदिन सुबह स्नान के बाद तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें लाल मिर्च या लाल चंदन मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।
लाभ: सूर्य की कृपा से आत्मविश्वास बढ़ता है, जिससे नए आय के स्रोत खुलते हैं।
गणेश जी की पूजा
उपाय: बुधवार को गणेश जी को सवा पाव मूंग उबालकर, उसमें घी और शक्कर मिलाकर गाय को खिलाएं।
लाभ: भगवान गणेश विघ्नहर्ता हैं, इस उपाय से कर्ज के रास्ते में आ रही रुकावटें दूर होती हैं।
