कछुए की अंगूठी पहनने के लाभ और नियम

कछुए की अंगूठी पहनने का महत्व
ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं, जो व्यक्ति की समस्याओं को समाप्त कर सकते हैं। इनमें से एक उपाय कछुए की अंगूठी पहनना है। हिंदू धर्म में मान्यता है कि जो लोग कछुए की अंगूठी पहनते हैं, उन पर माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। माता लक्ष्मी की कृपा से घर में सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है।
कछुए की अंगूठी पहनने के नियम
कछुए की अंगूठी पहनने से पहले इसकी दिशा का ध्यान रखना आवश्यक है। इसे पहनते समय अंगूठी का मुंह अंदर की ओर होना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति इसे बाहर की ओर पहनता है, तो उसे आर्थिक नुकसान हो सकता है। इसके अलावा, कछुए की अंगूठी को नियमित रूप से साफ करना चाहिए और शौचालय जाने से पहले इसे उतार देना चाहिए। अशुद्ध स्थानों पर इसे पहनकर नहीं जाना चाहिए, अन्यथा परेशानी हो सकती है।
कछुए की अंगूठी पहनने से बचने वाली राशियाँ
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चांदी से बनी कछुए की अंगूठी पहनना सबसे अच्छा होता है। इसे दाहिने हाथ की मध्य उंगली में पहनना चाहिए। मेष, मीन, कन्या और वृश्चिक राशि के लोगों को कछुए की अंगूठी पहनने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे धन की कमी हो सकती है।
कछुए की अंगूठी के लाभ
- कछुए की अंगूठी पहनने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
- यह अंगूठी पहनने से रिश्तों में मजबूती आती है।
- इससे धन के नए रास्ते खुल सकते हैं।