अंक शास्त्र: जानिए भाग्यशाली मूलांक और उनके प्रभाव

भाग्यशाली जन्म तिथि का महत्व
भाग्यशाली जन्म तिथि: सनातन धर्म के अनुयायी शास्त्रों को मानते हैं, जो जीवन और भविष्य के बारे में मार्गदर्शन करते हैं। हिंदू धर्म में कई शास्त्र हैं, जिनमें अंक शास्त्र भी शामिल है, जो व्यक्ति के वर्तमान और भविष्य के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
अंक शास्त्र के माध्यम से व्यक्ति अपनी विशेषताओं और भविष्य के बारे में जान सकता है। ज्योतिष शास्त्र में कुंडली के आधार पर भविष्यवाणी की जाती है, जबकि अंक शास्त्र में जन्म तिथि के अनुसार मूलांक निकालकर भविष्यवाणी की जाती है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि अंक शास्त्र के अनुसार कौन से मूलांक के लोग भाग्यशाली माने जाते हैं और किस तिथि को जन्म लेने वाले लोगों पर कुबेर की कृपा होती है।
एक और सात मूलांक के लोग होते हैं भाग्यशाली
कुछ मूलांक के लोग जन्म से ही भाग्यशाली होते हैं। उन पर मां लक्ष्मी और कुबेर की कृपा बनी रहती है। ये लोग न केवल अपने लिए बल्कि अपने परिवार के लिए भी भाग्य लाते हैं और हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करते हैं। अंक शास्त्र के अनुसार, मूलांक 1 और 7 के लोग विशेष रूप से भाग्यशाली होते हैं।
किस तारीख को जन्मे लोगों का मूलांक एक और 7 होता है?
यदि कोई व्यक्ति महीने के 1, 10, 19 या 28 तारीख को जन्मा है, तो उसका मूलांक 1 होगा। वहीं, 7 मूलांक उन लोगों का होता है जो 7, 16 या 25 तारीख को जन्म लेते हैं।
एक मूलांक
मूलांक 1 के लोग बचपन से ही बुद्धिमान होते हैं और पढ़ाई में तेज होते हैं। ये लोग अपने करियर में जल्दी सफलता प्राप्त करते हैं और अक्सर राजनीति, सिविल सेवा, या पुलिस जैसे क्षेत्रों में करियर बनाते हैं।
सात मूलांक
मूलांक 7 के लोग अपने परिवार की किस्मत को भी चमकाने में सक्षम होते हैं। ये साहसी, निडर और आत्मविश्वासी होते हैं। इस मूलांक के लोग अक्सर व्यापार और राजनीति में करियर बनाते हैं।