2025 में शारदीय नवरात्रि की तिथियाँ और महत्व

शारदीय नवरात्रि 2025 का आयोजन 22 सितंबर से शुरू होगा, जिसमें देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा की जाएगी। इस लेख में नवरात्रि के महत्व, तिथियों और घटस्थापना के शुभ समय के बारे में जानकारी दी गई है। जानें कब और कैसे मनाई जाएगी यह पवित्र पर्व, और माँ दुर्गा की सवारी के बारे में भी जानें।
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2025 में शारदीय नवरात्रि की तिथियाँ और महत्व

शारदीय नवरात्रि का महत्व


शारदीय नवरात्रि 2025 की तिथि: शारदीय नवरात्रि हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। यह त्योहार साल में चार बार मनाया जाता है, जिसमें से दो गुुप्त नवरात्रि के रूप में और अन्य दो चैत और शारदीय नवरात्रि के रूप में जाने जाते हैं। शारदीय नवरात्रि का अपना एक विशेष स्थान है। इसे विशेष रूप से उत्तर और पूर्व भारत के राज्यों जैसे बिहार, झारखंड, असम और पश्चिम बंगाल में धूमधाम से मनाया जाता है। इन नौ दिनों में माँ दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कि इस वर्ष शारदीय नवरात्रि कब शुरू होगी...


शारदीय नवरात्रि 2025 की शुरुआत

इस वर्ष, शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर से प्रारंभ होगी। नवरात्रि की शुरुआत कलश स्थापना से होती है। इस त्योहार का मुख्य आकर्षण दुर्गा पूजा है, जो नवरात्रि की शश्ठी तिथि से शुरू होती है। इस बार शश्ठी की तिथि 28 सितंबर को आएगी। दुर्गा पूजा आज से शुरू होगी, जो पांच दिनों तक चलेगी। इस दौरान महाशष्ठी, महासप्तमी, महाअष्टमी, महानवमी और विजयादशमी के त्योहार मनाए जाएंगे।


शारदीय नवरात्रि 2025 का कैलेंडर

शारदीय नवरात्रि 2025 का कैलेंडर:
22 सितंबर 2025 – प्रतिपदा (शैलपुत्री पूजा)
23 सितंबर 2025 – द्वितीया (ब्रह्मचारिणी पूजा)
24 सितंबर 2025 – तृतीया (चंद्रघंटा पूजा)
26 सितंबर 2025 – चतुर्थी (कुशमंडा पूजा)
27 सितंबर 2025 – पंचमी (स्कंदमाता पूजा)
28 सितंबर 2025 – महाशष्ठी (कात्यायनी पूजा)
29 सितंबर 2025 – महासप्तमी (कालरात्रि पूजा)
30 सितंबर 2025 – महाअष्टमी (महागौरी पूजा)
1 अक्टूबर 2025 – महानवमी (सिद्धिदात्री पूजा)
2 अक्टूबर 2025 – विजयादशमी


घटस्थापना का शुभ समय

नवरात्रि की शुरुआत घटस्थापना से होती है, जिसे बहुत शुभ माना जाता है। 2025 में घटस्थापना 22 सितंबर, सोमवार को की जाएगी। इसके लिए शुभ समय इस प्रकार है:
घटस्थापना मुहूर्त - सुबह 06:09 से 08:06 बजे तक
अवधि - 01 घंटा 56 मिनट
घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11:49 से 12:38 बजे तक
अवधि - 00 घंटे 49 मिनट


माँ दुर्गा की सवारी

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हर साल नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा विभिन्न वाहनों पर सवार होकर आती हैं। इस बार माता रानी अपने भक्तों के घर हाथी पर सवार होकर आएंगी। हाथी की सवारी को बहुत शुभ माना जाता है। इसे समृद्धि, प्रगति और शांति का प्रतीक माना जाता है।


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