स्वास्तिक के 6 अद्भुत उपाय जो बदल सकते हैं आपकी किस्मत
स्वास्तिक के उपाय और उनका महत्व

यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र की स्थिति ठीक नहीं है, तो उसे किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त करने में कठिनाई होती है। परिवार में भी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। हालांकि, यदि कोई व्यक्ति व्यवसाय नहीं करता है और फिर भी सफल होता है, तो गणेशजी की कृपा से सभी बाधाएं दूर की जा सकती हैं। ज्योतिष शास्त्र में गणेशजी को प्रसन्न करने के लिए स्वास्तिक के उपाय बताए गए हैं।
पहला उपाय
यदि आपका व्यक्तिगत व्यवसाय ठीक से नहीं चल रहा है, तो उत्तर-पूर्व कोने में 7 गुरुवार तक पीले रंग से स्वास्तिक बनाएं। स्वास्तिक बनाने से पहले उस स्थान को गंगा जल से धोना चाहिए। इसके बाद, स्वास्तिक की पूजा करें और गुड़ चढ़ाएं। यह उपाय धन लाभ के लिए किया जा सकता है।
दूसरा उपाय
हर दिन घर के बाहर एक छोटी रंगोली बनाएं। केसर से स्वास्तिक या रंगोली में सिंदूर बनाना शुभ माना जाता है।
तीसरा उपाय
जब भी घर में पूजा होती है, स्वास्तिक बनाकर उस पर भगवान की मूर्ति रखने से पूजा जल्दी सफल होती है। स्वास्तिक सिंहासन प्राप्त करने के बाद, भगवान भक्त की इच्छाओं को शीघ्र पूरा करते हैं।
चौथा उपाय
घर के मंदिर में स्वास्तिक बनाएं और उस पर दीपक जलाएं। यह दीपक घर में सकारात्मकता बनाए रखता है।
पाँचवाँ उपाय
जब भी आप किसी मंदिर में जाएं, तो स्वास्तिक को गोबर या केसर से उल्टा बनाएं। जब आपकी मनोकामना पूरी हो जाए, तो उसी मंदिर में जाकर स्वास्तिक को हटा दें।
छठा उपाय
पैतृक देवताओं की कृपा पाने के लिए प्रतिदिन गोबर से एक स्वास्तिक बनाना चाहिए। यह उपाय पैतृक देवताओं को प्रसन्न करता है और घर में सुख और समृद्धि लाता है।