प्रेमानंद महाराज का शराब पर कड़ा संदेश: नर्क में मिलती है 'स्पेशल ट्रीटमेंट'

श्री प्रेमानंद महाराज ने शराब के सेवन के दुष्प्रभावों पर गहरा प्रकाश डाला है। उन्होंने भक्तों को सलाह दी है कि शराब का त्याग कर भगवान की शरण में आना चाहिए। उनके अनुसार, शराब पीने से न केवल धन की बर्बादी होती है, बल्कि यह व्यक्ति के व्यवहार को भी नकारात्मक बनाता है। जानें उनके विचार और प्रेरणादायक संदेश के बारे में, जो आपको शराब छोड़ने के लिए प्रेरित कर सकता है।
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प्रेमानंद महाराज: भक्ति का मार्ग और शराब का त्याग


श्री प्रेमानंद महाराज, जो राधा रानी के प्रमुख भक्तों में से एक हैं, अपने प्रवचनों के लिए प्रसिद्ध हैं। उनके उपदेश सुनने से भक्तों को भक्ति के मार्ग पर चलने और बुरे आचरण से बचने में मदद मिलती है। आज हम जानेंगे कि प्रेमानंद महाराज शराब के बारे में क्या विचार रखते हैं और क्यों वे इसे छोड़ने की सलाह देते हैं। उनके विचार सुनकर, यदि आप शराब का सेवन करते हैं, तो आप भी इसे छोड़ने के लिए प्रेरित हो सकते हैं।


शराब के प्रति प्रेमानंद महाराज का दृष्टिकोण

प्रेमानंद महाराज का शराब पर कड़ा संदेश: नर्क में मिलती है 'स्पेशल ट्रीटमेंट'


एक भक्त ने प्रेमानंद महाराज से कहा, 'मैं पिछले कुछ महीनों से आपके प्रवचनों से प्रभावित हूं, लेकिन शराब छोड़ने में असमर्थ हूं। मुझे लगता है कि इससे कोई नुकसान नहीं होता। कृपया मेरी मदद करें।' इस पर प्रेमानंद महाराज ने उत्तर दिया कि हमारे धार्मिक ग्रंथों में तीन गुणों का उल्लेख है: सत्वगुण, रजोगुण और तमोगुण। सत्वगुण से उन्नति होती है, जबकि रजो और तमोगुण दुख का कारण बनते हैं। शराब को तमोगुणी और महापाप माना गया है।


मदिरा के दुष्प्रभावों पर प्रकाश

प्रेमानंद महाराज का शराब पर कड़ा संदेश: नर्क में मिलती है 'स्पेशल ट्रीटमेंट'


प्रेमानंद महाराज ने कहा कि शराब पीने से भाग्य में सुधार नहीं होता। यदि आप शराब पर खर्च होने वाले पैसे का उपयोग किसी की मदद के लिए करें, तो आपका कल्याण होगा। शराब की लत केवल धन की बर्बादी नहीं है, बल्कि यह एक बड़ा पाप भी है। शराब पीने वाला व्यक्ति हिंसक हो जाता है और अपने से बड़े लोगों का अपमान करता है। इसलिए हमें ऐसी चीजों से दूर रहना चाहिए जो हमें नुकसान पहुंचाती हैं।


भगवान की शरण में आकर शराब छोड़ने की प्रेरणा

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प्रेमानंद महाराज ने कहा कि जो लोग भगवान की शरण में हैं, उन्हें शराब का त्याग करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि शराब छोड़ना कठिन हो सकता है, लेकिन असंभव नहीं है। कोई भी आपको शराब पीने के लिए मजबूर नहीं कर सकता। उन्होंने शराब के नकारात्मक प्रभावों के बारे में बताया और कहा कि शराब पीना, जुआ खेलना, मांस खाना और पराई स्त्री से संबंध बनाना महापाप हैं, और हमें इनसे बचना चाहिए।