Lucknow लखनऊ...अपार्टमेंट की जर्जर हालत पर फूटा गुस्सा

Lucknow लखनऊ...अपार्टमेंट की जर्जर हालत पर फूटा गुस्सा
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Lucknow लखनऊ...अपार्टमेंट की जर्जर हालत पर फूटा गुस्सा

यहां निरीक्षण करने पहुंचे प्राधिकरण के सचिव पवन सिंह गंगवार और अधिशासी अभियंता केके बंसला समेत अन्य अधिकारियों को आवंटियों की नाराजगी का सामना करना पड़ा। लखनऊ में कुर्सी रोड स्थित सृष्टि अपार्टमेंट की खराब हालात में सुधार न होने पर आवंटियों का गुस्सा बुधवार देर रात लखनऊ विकास प्राधिकरण के खिलाफ फूट पड़ा। 

रात 10 बजे तक आवंटियों के साथ चली वार्ता के बाद जब एलडीए के अधिकारी फिर से आश्वासन देने लगे, तब आवंटियों का सब्र टूट गया। सभी ने गेट बंद करके जमकर नारे बाजी की। आवंटियों ने मुख्य गेट बंद कर दिया और अधिकारियों को अंदर नहीं जाने दिया। सचिव से नोकझोंक भी हुई, बंधक बनाने का प्रयास किया। आक्रोशित आवंटियों ने प्राधिकरण के मुर्दाबाद के नारे लगाने के साथ ही कमीशनबाजी का आरोप लगाए। विरोध बढ़ने पर सचिव व अधिशासी अभियंता अपार्टमेन्ट के पीछे के गेट से निकल कर वापस लौट गए।

एक बार फिर आश्वासन मिलने पर आवंटी भड़क गए
एलडीए के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी को बुधवार को सृष्टि व स्मृति अपार्टमेंट की समस्याओं का निरीक्षण करने जाना था। मगर किसी काम में फंसे होने की वजह से उपाध्यक्ष ने सचिव पवन सिंह गंगवार को मौके पर भेज दिया। बुधवार देर शाम निरीक्षण करने पहुंचे सृष्टि अपार्टमेंट के आवंटियों ने अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप लगाए। आरोप था कि छह माह पहले तत्कालीन उपाध्यक्ष व जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने यहां का निरीक्षण किया था। उन्होंने तीन माह में समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए थे। अभी तक एक भी समस्या का निस्तारण नहीं हुआ है।

इस पर सचिव व अधिशासी अभियंता ने उपाध्यक्ष तक समस्त समस्याएं पहुंचाने का वादा किया। एक बार फिर आश्वासन मिलने पर आवंटी भड़क गए। वादा नहीं कार्य कराने की मांग करने लगे। इसी बीच सृष्टि अपार्टमेंट के लोगो ने अपने ब्लाक में जाने की बात कही तो अधिकारियों ने मना कर दिया। जिसके पश्चात हंगामा और बढ़ गया। नाराज आवंटियों ने मुख्य द्वार बंद कर नारेबाजी शुरू कर दी। अधिकारियों से अभ्रदता पर उतारु हो गए। उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई।
अधिकारी बदलते गए, समस्याएं जस की तस
एलडीए ने वर्ष 2009–10 में सृष्टि आपर्टमेंट 520 फ्लैटों की योजना लांच की थी। समस्याएं लगातार बनी हुई हैं। पिछले तीन वर्षों में प्राधिकरण के तीन उपाध्यक्ष व जिलाधिकारी का निरीक्षण हो चुका है। आवंटियों की मूलभूत समस्याओं में कोई कमी नहीं आई है। परिसर में लीकेज-सीपेज की परेशानी लगातार बनी हुई है। जिसके कारण बिल्डिंग का स्ट्रक्चर खराब हो रहा है। बिल्डिंग की लगातार बिगड़ती स्थिति को देखते हुए लोग फ्लैटों से पलायन करने पर मजबूर हो रहे हैं।

रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष विवेक शर्मा ने बताया कि विगत 3 वर्षों में जनसमस्याओं के कई प्रार्थना पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर प्राधिकरण उपाध्यक्ष को दिए जा चुके हैं लेकिन निरीक्षण होता है, कार्यवाही शून्य ही नजर आती है। बेसमेंट की स्थिति भयभीत करने वाली बनी हुई है। लोगों को नीचे गाड़ी खड़ी करने पर डर बना हुआ है। कहीं बेसमेंट की छत ही टूट कर नीचे न गिर पड़े। साथ ही बेसमेंट का फर्श तक ठीक नहीं है कुछ ही गाड़ियों की आवाजाही से फर्श की गिट्टी उखड़ने लगी हैं। साथ ही फ्लैटों के बाथरूम में बनी डक से लीकेज बना हुआ है।