हैमबर्गर के कारण पायलट की दुखद मौत: एक खतरनाक एलर्जी की कहानी

न्यू जर्सी के एक पायलट की दुखद मौत ने सभी को चौंका दिया है। एक साधारण हैमबर्गर खाने के बाद, वह अचानक बीमार हो गए और उनकी जान चली गई। यह मामला एक खतरनाक एलर्जी, जिसे अल्फा-गैल सिंड्रोम कहा जाता है, से जुड़ा है। जानें कैसे एक छोटे से कीड़े के काटने ने उनकी जिंदगी को खतरे में डाल दिया। इस कहानी में न केवल एक व्यक्ति की त्रासदी है, बल्कि यह हमें खाद्य एलर्जी के प्रति जागरूक करने का भी एक महत्वपूर्ण संदेश देती है।
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हैमबर्गर के कारण पायलट की दुखद मौत: एक खतरनाक एलर्जी की कहानी

न्यू जर्सी के पायलट की दुखद कहानी

हैमबर्गर के कारण पायलट की दुखद मौत: एक खतरनाक एलर्जी की कहानी

सांकेतिक तस्वीरImage Credit source: Alexander Spatari/Moment/Getty Images

न्यू जर्सी पायलट की दुखद मौत: क्या आपने कभी सोचा है कि आपका पसंदीदा हैमबर्गर आपको जानलेवा स्थिति में डाल सकता है? यह सुनकर आपको आश्चर्य होगा, लेकिन एक 47 वर्षीय अमेरिकी पायलट के साथ ऐसा ही हुआ, जब एक साधारण मीट पैटी ने उनकी जान ले ली। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह केवल एक खाद्य एलर्जी नहीं है, बल्कि एक भयानक कहानी है जिसमें एक छोटा कीड़ा शामिल है।

‘जर्नल ऑफ एलर्जी एंड क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी इन प्रैक्टिस’ में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, यह पायलट न्यू जर्सी का निवासी था। 2024 में, उसने एक बारबेक्यू पार्टी में हैमबर्गर का सेवन किया। सब कुछ सामान्य था, लेकिन चार घंटे बाद उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और उसे असहनीय दर्द का सामना करना पड़ा। उसके बेटे ने उसे बाथरूम के फर्श पर उल्टी करते हुए बेहोश पाया। बाद में, उसने तड़पते हुए दम तोड़ दिया।

हालांकि, पायलट की मौत का कारण डॉक्टरों के लिए भी स्पष्ट नहीं था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण अस्पष्ट था। नॉर्थ कैरोलिना यूनिवर्सिटी में ‘अल्फा-गैल सिंड्रोम’ पर शोध कर रहे डॉ. स्कॉट कमिन्स ने इसे एक बड़ी त्रासदी बताया। उन्होंने कहा कि यदि जागरूकता होती, तो पायलट अपनी जान नहीं गंवाता।

रिपोर्ट के अनुसार, पायलट की मौत से दो हफ्ते पहले, वह स्टीक डिनर के बाद घंटों तक दर्द से तड़पते रहे। उन्होंने अपने बेटे से कहा था कि ऐसा लग रहा है कि वह मरने वाले हैं। लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया, यह सोचकर कि डॉक्टर को इस अजीब स्थिति के बारे में कैसे समझाएंगे।

पायलट की मौत के बाद खून की जांच में पता चला कि उसे एक गंभीर एलर्जी थी। उसकी पत्नी ने बताया कि उसके टखने के आसपास 12 या 13 छोटे कीड़ों के काटने के निशान थे। वैज्ञानिकों का मानना है कि ये लोन स्टार टिक के लार्वा के काटने के निशान थे, जो अल्फा-गैल सिंड्रोम का कारण बन सकते हैं।

यह सिंड्रोम एक एलर्जी है जो कुछ टिकों के लार से उत्पन्न होती है। यह एक विशेष शुगर, जिसे ‘अल्फा-गैल’ कहा जाता है, के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया है। जब टिक किसी व्यक्ति को काटता है, तो उसका इम्यून सिस्टम इस शुगर के खिलाफ प्रतिक्रिया करना शुरू कर देता है। यह शुगर स्तनधारी जानवरों के मांस जैसे पोर्क, बीफ, और लैम्ब में पाई जाती है। इसका मतलब है कि टिक के काटने के बाद रेड मीट ‘धीमा जहर’ बन जाता है। इसके लक्षण देर से प्रकट होते हैं, जिससे पीड़ित को अपनी बीमारी का पता लगाना मुश्किल हो जाता है।

इस एलर्जी के कारण शरीर पर लाल चकत्ते, मुंह में खुजली, चेहरे और होंठों पर सूजन, पेट दर्द, और उल्टी जैसे लक्षण हो सकते हैं। लेकिन यदि यह गंभीर हो जाए, तो एनाफिलेक्सिस का खतरा होता है, जो एक जानलेवा एलर्जी अटैक है, जैसा कि पायलट के मामले में हुआ।