हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर भाजपा का तीखा हमला

हिमाचल प्रदेश में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार बेरोजगार युवाओं को गुमराह कर रही है। बिंदल ने लॉटरी प्रणाली को फिर से शुरू करने के निर्णय को जनविरोधी बताया और कहा कि यह युवाओं को जुए की ओर धकेलने का प्रयास है। उन्होंने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए विकास के बजाय संस्थानों को बंद करने का आरोप लगाया।
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हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर भाजपा का तीखा हमला

भाजपा अध्यक्ष का आरोप

हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने कड़ी आलोचना की है। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार पर आरोप लगाया कि वह राज्य द्वारा संचालित लॉटरी प्रणाली को फिर से शुरू करके बेरोजगार युवाओं को गुमराह कर रही है। बिंदल ने कहा कि यह कदम चुनाव पूर्व नौकरी की गारंटी को पूरा करने में सरकार की विफलता को दर्शाता है। शिमला में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि लॉटरी प्रणाली का पुनः आरंभ करना बेरोजगारों के लिए एक मजाक है।


सरकार की नीतियों पर सवाल

बिंदल ने आगे कहा, "सुक्खू सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में एक लाख सरकारी नौकरियों का वादा किया था। अब, तीन साल बाद, वे युवाओं से लॉटरी टिकट खरीदने को कह रहे हैं। यह शासन नहीं, बल्कि शोषण है।" उन्होंने यह भी कहा कि लॉटरी प्रणाली का आरंभ करना जनविरोधी है। उन्होंने सरकार के तर्क पर सवाल उठाया, जो पहले 2000 में भाजपा सरकार द्वारा प्रतिबंधित की गई थी, और फिर 2004 में कांग्रेस ने इसे फिर से शुरू किया था। अब, 2025 में कांग्रेस ने इसे फिर से लागू करने का निर्णय लिया है।


युवाओं के भविष्य पर चिंता

बिंदल ने कहा कि जब दुनिया प्रगति कर रही है, हिमाचल सरकार अपने युवाओं को लॉटरी काउंटरों की ओर धकेल रही है। यह नीति सरकारी जुए के माध्यम से धन कमाने का एक प्रयास है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार विकास के बजाय स्कूलों और संस्थानों को बंद कर रही है। उन्होंने कांग्रेस सरकार के फैसले पर भी निशाना साधा, जिसमें लगभग 2,000 शैक्षणिक और स्वास्थ्य संस्थानों को बंद करने का उल्लेख किया गया है।