हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पर सुक्खू का बयान

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को कहा कि उन्होंने पार्टी की प्रभारी रजनी पाटिल को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए कोई नाम नहीं सुझाया है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने चर्चा के दौरान सदन से बाहर जाने का निर्णय लिया। सुक्खू ने केंद्र से वित्तीय सहायता की कमी की भी बात की और राज्य के लिए विशेष राहत पैकेज की मांग करने की योजना बनाई है।
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हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पर सुक्खू का बयान

मुख्यमंत्री का बयान

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को स्पष्ट किया कि उन्होंने पार्टी की प्रभारी रजनी पाटिल को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के लिए कोई नाम नहीं दिया है।


सुक्खू ने पाटिल से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रदेश कांग्रेस प्रमुख का चयन कांग्रेस आलाकमान द्वारा किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि वह केवल भविष्य की योजनाओं और विधानसभा में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं।


सभी को समान मानते हैं

सुक्खू ने कहा, "मेरे लिए सभी समान हैं। पूरी पार्टी कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास रखती है और हम आलाकमान द्वारा की गई किसी भी नियुक्ति का समर्थन करेंगे।"


आपदा राहत पर विधानसभा में हुई चर्चा का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यों में अंतर है।


भाजपा पर आरोप

सुक्खू ने आरोप लगाया, "भाजपा ने नियम 67 के तहत चर्चा की मांग की, जिस पर हमने सहमति जताई। हमने इस मुद्दे पर चार दिनों तक चर्चा की, लेकिन जब जवाब आया, तो भाजपा के सदस्य सदन से बाहर चले गए।"


वित्तीय सहायता की कमी

उन्होंने यह भी कहा, "हमें अभी तक केंद्र से कोई वित्तीय सहायता नहीं मिली है। हम अपने संसाधनों से राहत प्रदान कर रहे हैं, जिसमें घर निर्माण के लिए सात लाख रुपये, सामान के लिए 70,000 रुपये और मवेशियों के नुकसान के लिए 50,000 रुपये शामिल हैं, जो अन्य राज्यों की तुलना में अधिक है।"


विशेष राहत पैकेज की मांग

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि वह शिमला में केंद्रीय गृह सचिव से बात करेंगे और राज्य के लिए पर्याप्त विशेष राहत पैकेज की मांग करेंगे, जो लगातार बारिश, बादल फटने और अचानक आई बाढ़ के कारण बड़े पैमाने पर नुकसान का सामना कर रहा है।