हिंदू एकता पर जोर देते हुए अलोक कुमार ने जाति भेद को किया अमान्य

देहरादून में आयोजित नंदा राज जात उत्सव में विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अलोक कुमार ने जाति भेद को अस्वीकार करते हुए हिंदू एकता की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने जिहादी मानसिकता को भारत के खिलाफ बताया और इसे वैचारिक संघर्ष के माध्यम से पराजित करने की बात की। इस कार्यक्रम में कई गण्यमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया और विभिन्न सम्मान भी प्रदान किए गए। जानें इस महत्वपूर्ण समारोह की और भी खास बातें।
 | 
हिंदू एकता पर जोर देते हुए अलोक कुमार ने जाति भेद को किया अमान्य

नंदा राज जात उत्सव में अलोक कुमार का संबोधन

22 नवम्बर 2024। देहरादून में आयोजित श्री नंदा राज जात उत्सव में विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अलोक कुमार ने हिंदू एकता की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने जाति भेद को अस्वीकार करते हुए कहा कि जिस मंदिर में पुजारी जाति के आधार पर प्रवेश रोकता है, वहां भगवान का वास नहीं होता। उन्होंने जिहादी मानसिकता को भारत के खिलाफ बताया और इसे वैचारिक संघर्ष के माध्यम से पराजित करने की आवश्यकता पर बल दिया। अलोक कुमार ने कहा कि नंदा राज जात यात्रा पूरे हिंदू समाज के लिए प्रेरणादायक है और विश्व हिंदू परिषद इसका समर्थन करती है।




कार्यक्रम में संस्कृति विभाग द्वारा भव्य नंदा राज जाट डोली का प्रदर्शन किया गया, जिसे देखकर भक्तों की आंखों में आंसू आ गए। समारोह की विशेष अतिथि पद्मश्री बसंती बिष्ट ने अपने नंदा देवी जागर से माहौल को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्हें नंदा देवी समिति और विश्व हिंदू परिषद की ओर से नंदा देवी कोकिल कंठी जागर गायिका सम्मान से नवाजा गया।


 


इस अवसर पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पूज्य रवींद्र पुरी जी, टपकेश्वर महादेव के अध्यक्ष महंत ज कृष्णा गिरि जी, बालाजीधाम मंदिर के महंत सियाराम दस जी, विधायक श्री सहदेव पुंडीर, प्रसिद्ध नंदा जागर गायिका पद्मा बसंती बिष्ट, UKSSSC अध्यक्ष गणेश सिंह मर्तोलिया, आईपीएस, संहरते विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो हिमांशु एरॉन, विश्व हिंदू परिषद उत्तराखंड के अध्यक्ष अजय कुमार, और नगर के कई गण्यमान्य डॉक्टर, इंजीनियर, प्रशासनिक अधिकारी, सेवानिवृत्त सैनिक अधिकारी, तीन विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राएं, प्राध्यापक शामिल हुए।




आलोक कुमार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष में पांच संकल्पों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि संघ के ये संकल्प स्वदेशी और आत्मनिर्भरता, नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता और कुटुम्ब प्रबोधन हैं। इन संकल्पों को 'पंच-परिवर्तन' कहा जाता है, जिसका उद्देश्य समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है।




इस अवसर पर हिंदू विचार और समाज सेवा में लगे महानुभावों को आलोक कुमार जी, पूर्व आईजी श्री मर्तोलिया और महंत रवींद्र पुरी जी ने सम्मानित किया। उत्तराखंड, विशेषकर केदारनाथ-बद्रीनाथ क्षेत्र में चिकित्सा सहायता प्रदान करने वाले विवेकानंद हेल्थ मिशन के संस्थापक डॉ अनुज सिंघल को नंदा देवी सेवा सम्मान दिया गया। विश्व हिंदू आर्थिक फोरम के संयोजक अजय गुप्ता को नंदा देवी अर्थ वीर सम्मान, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैदिक अंक शास्त्र विशेषज्ञ अनुराधा पाल को नंदा देवी अंकशास्त्र वीर सम्मान, और रा स्व संघ के प्रचारक विजय कुमार को नंदा देवी सेवा सम्मान प्रदान किया गया।




इस सम्मेलन का आयोजन पूर्व सांसद तरुण विजय द्वारा नंदा देवी राज जात पूर्व पीठिका समिति और संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से किया गया था।