हिंद महासागर क्षेत्र में सामूहिक प्रबंधन की आवश्यकता: नौसेना प्रमुख

नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने हिंद महासागर क्षेत्र की स्थिरता पर जोर देते हुए कहा कि यह क्षेत्र विभिन्न प्रभावों का केंद्र बन रहा है। उन्होंने कोलंबो में आयोजित एक सम्मेलन में सहयोग और समन्वय की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। त्रिपाठी ने प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों और समुद्री क्षेत्र जागरूकता में सुधार की आवश्यकता भी बताई। उनकी यह टिप्पणी इस क्षेत्र की सामरिक महत्वता को दर्शाती है।
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हिंद महासागर क्षेत्र में सामूहिक प्रबंधन की आवश्यकता: नौसेना प्रमुख

हिंद महासागर क्षेत्र की स्थिरता पर जोर

नौसेना के प्रमुख, एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने हाल ही में कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) वर्तमान में विभिन्न प्रभावों का केंद्र बन रहा है, जिससे सामूहिक प्रबंधन और स्थिरता की आवश्यकता अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है।


एक अधिकारी के अनुसार, उन्होंने कोलंबो में आयोजित 12वीं ‘गाले डायलॉग इंटरनेशनल मेरीटाइम कॉन्फ्रेंस’ में इस क्षेत्र के प्रति नौसेना के दृष्टिकोण को साझा किया।


एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि इस क्षेत्र में सहयोग, साझेदारी और समन्वय को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। वह 22 से 25 सितंबर तक श्रीलंका की आधिकारिक यात्रा पर थे।


नौसेना ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में उल्लेख किया कि हिंद महासागर क्षेत्र में प्रचुर संसाधन, फलते-फूलते व्यापार, विविध तटीय क्षेत्र और जटिल भूगोल हैं, जो इसे सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाते हैं। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र विभिन्न प्रभावों का साक्षी बन रहा है, और इसलिए सामूहिक प्रबंधन एवं स्थिरता की आवश्यकता है।


इसके अलावा, नौसेना प्रमुख ने प्रारंभिक चेतावनी और समन्वित प्रतिक्रिया में सुधार के लिए अंतर-संचालनीय प्रणालियों और समावेशी समुद्री क्षेत्र जागरूकता की आवश्यकता पर भी जोर दिया।