हाथरस में बारात के दौरान दर्दनाक हादसा, 11 वर्षीय बच्चे की मौत

हाथरस में बारात के दौरान हुई दुर्घटना
हाथरस समाचार: हाथरस। कोतवाली हाथरस जंक्शन के महौ रोड पर एक निर्माणाधीन पुल के पास बारात की बस में बैठे एक बच्चे का सिर डीसीएम की चपेट में आकर धड़ से अलग हो गया। यह दृश्य देखकर बस में सवार बारातियों के होश उड़ गए। बच्चे का पिता सिर को लेकर काफी देर तक व्याकुल रहा। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस हादसे के बाद दो दूल्हों को शादी के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम हाउस पर परिवार के सदस्यों की भीड़ जमा हो गई।
अलीगढ के तबेला रोड, मगदूम नगर निवासी आस मोहम्मद के भाई साबुद्दीन के बेटे साहिल और बाबू के बेटे दानिश की शादी रविवार को थी। बारात हसायन क्षेत्र के गांव मेवली में जा रही थी। आस मोहम्मद का 11 वर्षीय बेटा मोहम्मद अली भी बारात में शामिल था। अली बस की खिड़की के पास बैठा था, जबकि उसके पिता आस मोहम्मद बस के साथ चल रही कार में थे। जैसे ही बस कैलोरा चौराहा से महौ रोड पर बढ़ी, वह रेलवे फाटक के पास पहुंची, जहां पुल का निर्माण कार्य चल रहा था। इस दौरान बारात की बस के बगल में एक डीसीएम 407 आ गई।
डीसीएम की चपेट में आने से बस में खिड़की के पास बैठे 11 वर्षीय अली का सिर धड़ से अलग हो गया। यह देखकर बस में सवार लोगों में हड़कंप मच गया। जब पिता को इस घटना की जानकारी मिली, तो उनकी हालत बिगड़ गई। जमीन पर पड़े बच्चे के सिर को देखकर पिता बिलखने लगा। स्थानीय लोग भी वहां इकट्ठा हो गए। पुलिस ने डीसीएम और बस के चालक को हिरासत में ले लिया और बच्चे के शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया।
दूल्हों के साथ बारात लेकर गए कुछ लोग
इस हादसे के बाद शादी के घर में शोक का माहौल छा गया। पोस्टमार्टम हाउस पर मिले परिजनों ने बताया कि बच्चा दूल्हों का चचेरा भाई था। इस घटना के कारण शादी की खुशियां फीकी पड़ गईं। हालांकि, शादी को टालना संभव नहीं था, इसलिए कुछ लोगों के साथ दोनों दूल्हों को मेवली भेजा गया।
बेटे के सिर को देखकर पिता की हालत बिगड़ी
बस से उतरकर बच्चे के चाचा ने सड़क पर पड़े गर्दन को उठाया और कटे सिर को अपने गमछे से ढक दिया। वह लगातार रोते रहे। हादसे के बाद पिता कभी अपने बेटे के कटे सिर को देखता तो कभी उसके चेहरे पर लगी मिट्टी को साफ करता। वह पूरी तरह से बदहवास हो गया था। लोग उसे पानी पिलाकर होश में लाने की कोशिश कर रहे थे।