हर्षा रिछारिया के वायरल वीडियो की सच्चाई: AI द्वारा निर्मित डीपफेक का खुलासा

प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान हर्षा रिछारिया का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्हें एक पुलिस अधिकारी को चूमते हुए दिखाया गया। लेकिन जांच में पता चला कि यह वीडियो AI द्वारा निर्मित डीपफेक है। असली वीडियो में ऐसा कुछ नहीं था। जानें इस मामले की पूरी सच्चाई और कैसे तकनीक ने इसे प्रभावित किया।
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हर्षा रिछारिया के वायरल वीडियो की सच्चाई: AI द्वारा निर्मित डीपफेक का खुलासा

हर्षा रिछारिया का वायरल वीडियो: क्या है सच?


हर्षा रिछारिया के वायरल वीडियो की जांच: प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान कई लोग चर्चा का विषय बने, जिनमें एक प्रमुख नाम हर्षा रिछारिया का है, जिन्हें सोशल मीडिया पर 'Beautiful Sadhvi' के नाम से जाना जा रहा है। हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें हर्षा को एक पुलिस अधिकारी के साथ फोटो खिंचवाते और उन्हें चूमते हुए दिखाया गया। लेकिन जब इस वीडियो की सच्चाई की जांच की गई, तो कुछ और ही तथ्य सामने आए।


सच्चाई का खुलासा

जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यह वीडियो AI द्वारा निर्मित है। हर्षा ने 19 जनवरी को अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया था, जिसे बाद में AI तकनीक से संशोधित कर वायरल किया गया।


खुलासे की प्रक्रिया

वायरल वीडियो की गहन जांच में पाया गया कि हर्षा के हाथ का आकार अचानक छोटा हो जाता है, जो AI द्वारा संपादित वीडियो का संकेत है। रिवर्स इमेज सर्च से हमें 15 जनवरी का एक इंस्टाग्राम पोस्ट मिला, जिसमें वही वीडियो था और उस पर 'PixVerse.ai' का वॉटरमार्क था, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि वीडियो इसी AI टूल से संपादित किया गया था।


PixVerse.ai क्या है?

PixVerse.ai एक AI-आधारित टूल है, जो इमेज-टू-वीडियो, संपादन और एन्हांसमेंट जैसी सेवाएं प्रदान करता है। इसकी वेबसाइट पर 'किसिंग वीडियो' बनाने का डेमो भी उपलब्ध है, जो यह साबित करता है कि वायरल वीडियो डीपफेक है।


असली वीडियो की सच्चाई

हमें हर्षा का असली वीडियो भी मिला, जो 19 जनवरी को #mahakumbh2025 कैप्शन के साथ पोस्ट किया गया था। इसमें कोई किसिंग सीन नहीं था, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि वायरल वीडियो नकली है।