हरियाणा में मुख्यमंत्री विश्वकर्मा सम्मान योजना का शुभारंभ

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को ‘मुख्यमंत्री विश्वकर्मा सम्मान योजना’ का उद्घाटन किया। इस योजना के तहत कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कारीगरों को 5000 रुपये की अतिरिक्त राशि मिलेगी। रोहतक में भगवान विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने श्रमिकों की चुनौतियों और प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लाभों पर भी चर्चा की। जानें इस योजना के तहत कारीगरों को क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी।
 | 
हरियाणा में मुख्यमंत्री विश्वकर्मा सम्मान योजना का शुभारंभ

मुख्यमंत्री ने योजना की घोषणा की

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को ‘मुख्यमंत्री विश्वकर्मा सम्मान योजना’ का उद्घाटन किया। इस योजना के तहत, ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना’ के माध्यम से कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कारीगरों को 5000 रुपये की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.


भगवान विश्वकर्मा जयंती पर समारोह

मुख्यमंत्री ने रोहतक में भगवान विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह दिन भगवान विश्वकर्मा की जयंती और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन का एक सुखद संयोग है। सैनी ने प्रधानमंत्री मोदी को 21वीं सदी में ‘नए भारत’ का निर्माता बताया.


श्रमिकों को समर्पित

मुख्यमंत्री ने हरियाणा के 2.75 करोड़ लोगों की ओर से भगवान विश्वकर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की और प्रधानमंत्री को उनके 75वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह दिन उन मेहनती श्रमिकों को सम्मानित करने के लिए समर्पित है, जो अपने समर्पण से राष्ट्र की प्रगति में योगदान दे रहे हैं.


चुनौतियों का सामना

एक आधिकारिक बयान में, सैनी ने बताया कि आज के कारीगरों को औजारों की बढ़ती लागत, तेजी से बदलते डिजाइन, सीमित बाजार पहुंच और ऋण की आवश्यकता जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.


प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ

इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की, जिसमें कौशल प्रशिक्षण, प्रशिक्षण के दौरान 500 रुपये का दैनिक भत्ता और कारीगरों के लिए ‘टूल किट’ प्रदान की जाती है.


पंजीकरण और ऋण वितरण

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत राज्य में 41,366 आवेदकों ने पंजीकरण कराया है। इनमें से 30,655 कारीगरों ने कौशल प्रशिक्षण पूरा कर लिया है और लगभग 12 हजार को ‘टूल किट’ प्रदान की जा चुकी है। इसके अलावा, 6 हजार कारीगरों को 56 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए गए हैं. केंद्र ने दो साल पहले प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की थी.