हरियाणा में मनीषा हत्याकांड: पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बदल दी कहानी

हरियाणा के भिवानी में शिक्षिका मनीषा की संदिग्ध मौत ने एक नया मोड़ लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उसके साथ बलात्कार नहीं हुआ और उसने जहर खाया था। इस मामले में पुलिस की कार्रवाई और स्थानीय लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। जानें इस मामले की पूरी कहानी और क्या है मनीषा के परिवार की मांग।
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हरियाणा में मनीषा हत्याकांड: पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बदल दी कहानी

मनीषा की मौत का रहस्य

हरियाणा में मनीषा हत्याकांड: पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बदल दी कहानी


हरियाणा के भिवानी में एक प्राइवेट स्कूल की शिक्षिका मनीषा की संदिग्ध मौत ने पिछले एक हफ्ते से लोगों का ध्यान खींचा है। 13 अगस्त को मनीषा का शव मिला, जिसके बाद यह दावा किया गया कि उसका बलात्कार किया गया और गला काटा गया।


इस मामले ने तूल पकड़ा, जिसके चलते हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भिवानी के पुलिस अधीक्षक का तबादला किया और पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।


हालांकि, अब यह मामला एक नया मोड़ लेता हुआ नजर आ रहा है। मनीषा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उसके साथ बलात्कार नहीं हुआ और न ही उसका गला काटा गया। रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि मनीषा ने जहर खाया था। पीजीआई के एमएस डॉक्टर कुंदन मित्तल ने इस बात की पुष्टि की। पुलिस ने बताया कि मनीषा के शरीर में कीटनाशक पाया गया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि उसने कीड़े मारने वाली दवा का सेवन किया था.


मेडिकल रिपोर्ट का खुलासा

मनीषा का पोस्टमार्टम रोहतक और भिवानी में किया गया। भिवानी में मिली मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, मनीषा के साथ किसी भी प्रकार की दरिंदगी नहीं हुई है। रिपोर्ट में यह स्पष्ट है कि मनीषा के शरीर पर किसी प्रकार का कोई सीमन नहीं पाया गया। इससे यह साबित होता है कि उसका बलात्कार नहीं हुआ और न ही उसके चेहरे पर तेजाब डाला गया।


पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार ने बताया कि मनीषा के शव की आंख और गर्दन को किसी जानवर ने नोंचा था। इसके अलावा, मनीषा के सुसाइड नोट की लिखावट भी उसके द्वारा लिखी गई थी। इस प्रकार, मनीषा की हत्या के मामले में एक नया मोड़ आया है। हालांकि, हरियाणा में लोग अभी भी इस मामले को लेकर आक्रोशित हैं।


मनीषा हत्याकांड का विवरण

यह मामला 11 अगस्त को शुरू हुआ, जब मनीषा, जो भिवानी के सिंघानी गांव की निवासी थी, लापता हो गई। मनीषा एक प्ले स्कूल में शिक्षिका थी और बताया गया कि वह अपने स्कूल के पास स्थित एक नर्सिंग कॉलेज गई थी, जिसके बाद वह घर नहीं लौटी।


मनीषा के परिजनों ने पुलिस स्टेशन जाकर शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने उनकी रिपोर्ट नहीं ली और कहा कि वह भाग गई होगी। दो दिन बाद, 13 अगस्त को मनीषा का शव एक खेत में मिला, जिससे हंगामा शुरू हो गया। परिजनों का आरोप है कि यदि समय पर कार्रवाई की जाती, तो मनीषा की जान बचाई जा सकती थी।


परिजन और गांव वाले अब हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि मनीषा हमारी बेटी है और उसे न्याय मिलेगा।