
चंडीगढ़। हरियाणा के आईपीएस वाई पूरन कुमार के आत्महत्या मामले ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। मामले की जांच कर रहे एएसआई संदीप लाठर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस घटना ने आईपीएस केस को और जटिल बना दिया है। संदीप का परिवार अब दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न होने तक अंतिम संस्कार नहीं करने का निर्णय लिया है। संदीप रोहतक में साइबर सेल में कार्यरत थे और उन्होंने अपनी आत्महत्या से पहले एक वीडियो और सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उन्होंने वाई पूरन कुमार पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
परिवार का प्रदर्शन की चेतावनी
संदीप के भाई ने कहा कि वे अपने भाई के शव को रखकर प्रदर्शन करेंगे। जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती, तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला, तो वे बड़ा आंदोलन करने के लिए तैयार हैं। मृतक के परिजनों ने स्पष्ट किया है कि पूरन कुमार की पत्नी की गिरफ्तारी के बिना संदीप का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। एएसआई संदीप लाठर जींद जिले के जुलाना के निवासी थे और हाल ही में रोहतक में शिफ्ट हुए थे। उनकी आत्महत्या की खबर से जुलाना के लोग हैरान हैं।
संदीप की मौत पर सवाल उठाए गए
एएसआई संदीप के ताऊ के बेटे शीशपाल लाठर ने कहा कि पूरन कुमार की पत्नी और उनके समर्थकों पर मामला दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरन की पत्नी की गिरफ्तारी के बाद ही संदीप का अंतिम संस्कार किया जाएगा। शीशपाल ने यह भी कहा कि संदीप की मौत आत्महत्या नहीं, बल्कि दबाव के कारण हुई है।
सीएम द्वारा सम्मानित किया गया था
इस वर्ष 15 अगस्त को, सीएम नायब सैनी ने एएसआई संदीप को सम्मानित किया था। संदीप के पिता दयानंद पुलिस विभाग में इंस्पेक्टर रहे थे और उनकी मृत्यु एक रेल हादसे में हुई थी। संदीप के दादा भारतीय सेना में सेवा दे चुके थे, और उनके प्रेरणा से ही संदीप ने पुलिस सेवा में कदम रखा। उनके परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा हैं। बड़ी बेटी प्रतिभा नीट की तैयारी कर रही है, जबकि छोटी बेटी नौवीं कक्षा में पढ़ाई कर रही है। संदीप अपने युवा दिनों में सामाजिक कार्यों में सक्रिय थे और जुलाना युवा क्लब के अध्यक्ष भी रहे हैं।