हरियाणा की लड़की का धर्मांतरण गिरोह का खुलासा: अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी

हरियाणा की एक लड़की के धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है, जिसमें अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी शामिल है। पीड़िता ने बताया कि उसे दिल्ली के शाहीन बाग में कैद किया गया था और उसके धर्मांतरण के बाद जुनैद से निकाह कराया गया। पुलिस ने गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए कई राज्यों में छापे मारे हैं। जानें इस मामले की पूरी कहानी और गिरोह के नेटवर्क के बारे में।
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हरियाणा की लड़की का धर्मांतरण गिरोह का खुलासा: अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी

धर्मांतरण का मामला

एक पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसका धर्मांतरण अब्दुल रहमान के घर पर हुआ था, जिसके बाद उसका नाम शिफा रखा गया। रहमान ने लड़की के सभी खर्चों का ध्यान रखा और जुनैद से उसका निकाह कराया।


गिरोह का पर्दाफाश

हरियाणा की लड़की का धर्मांतरण गिरोह का खुलासा: अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी
अब्दुल रहमान (बाएँ) ने हरियाणा की पीड़िता का दिल्ली में धर्मांतरण करवाया (प्रतीकात्मक फोटो साभार: Grok AI & LiveHindustan)


आगरा में एक धर्मांतरण गिरोह का खुलासा हुआ है, जो इस्लाम नहीं स्वीकार करने वाली लड़कियों का यौन शोषण करता था। यह गिरोह दिल्ली में लड़कियों को कैद करता था और धर्मांतरण के बाद उन्हें 'सेफ जोन' में रखता था।


पीड़िता की कहानी

एक रिपोर्ट के अनुसार, अब्दुल रहमान कुरैशी के चंगुल से हरियाणा की एक लड़की को आजाद कराया गया। उसे दिल्ली के शाहीन बाग़ के हॉस्टल में रखा गया था, जहाँ उसका धर्मांतरण कराया गया।


अप्रैल 2025 में, लड़की का निकाह जुनैद से हुआ और उसे कोलकाता भेजने की योजना थी। अब वह पुलिस के पास सुरक्षित है और गिरोह के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है।


जुनैद का प्रभाव

लड़की ने बताया कि उसकी दोस्ती 2019 में जुनैद से हुई थी। धीरे-धीरे, उसने अपनी पारिवारिक समस्याएँ साझा कीं। जब उसकी शादी तय हुई, तो जुनैद ने उसे शादी से पहले घर छोड़ने के लिए प्रेरित किया।


जुनैद ने उसे शाहीन बाग के हॉस्टल में ठहराया, जहाँ एक मौलाना इस्लाम के बारे में उसे प्रभावित करता था।


लड़की का परिवार

पुलिस की पूछताछ के बाद, हरियाणा की लड़की को उसके परिवार को सौंपा जाएगा। वह 12 नवंबर 2024 से लापता थी।


गिरोह के सरगना अब्दुल रहमान को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।


गिरोह का नेटवर्क

हाल ही में, आगरा में धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़ किया गया। यह गिरोह पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और अन्य आतंकी संगठनों से जुड़ा हुआ था।


पुलिस ने 11 टीमों को छह राज्यों में भेजकर गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया।