हरित हाइड्रोजन पायलट संयंत्र का उद्घाटन, सागरमाला कार्यक्रम से तटीय समुदायों को लाभ
केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने वी ओ चिदंबरनार बंदरगाह पर हरित हाइड्रोजन पायलट संयंत्र का उद्घाटन किया। उन्होंने सागरमाला कार्यक्रम के तहत तटीय समुदायों के लिए मछली पकड़ने वाले बंदरगाहों के विकास की जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में समुद्री नवाचार और कनेक्टिविटी के महत्व पर भी चर्चा की गई। आईआईटी चेन्नई के योगदान और आगामी समुद्री हैकाथॉन मैराथन 2025 के आयोजन की भी जानकारी दी गई।
Sep 5, 2025, 18:35 IST
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हरित हाइड्रोजन संयंत्र का उद्घाटन
केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शुक्रवार को वी ओ चिदंबरनार (वीओसी) बंदरगाह पर हरित हाइड्रोजन पायलट संयंत्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कई बंदरगाह परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। सोनोवाल ने कहा कि सागरमाला कार्यक्रम के तहत नए मछली पकड़ने वाले बंदरगाहों के विकास से तटीय समुदायों की आजीविका में सुधार हो रहा है। उन्होंने उल्लेख किया कि सागरमाला के माध्यम से कूंथूकल, पोम्पुहार, सिनामोटन और मुकाइयार्ड में चार प्रमुख मछली पकड़ने वाले बंदरगाहों का आयोजन किया गया है, जिससे तटीय समुदायों के लिए बेहतर आजीविका का सृजन हुआ है।
समुद्री नवाचार और कनेक्टिविटी
सोनोवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में समुद्री नवाचार और कनेक्टिविटी भारत के विकास में तमिलनाडु की भूमिका को नया आकार दे रही है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में, हम वाणिज्य, कनेक्टिविटी, नवाचार और सहयोग के माध्यम से अपनी विरासत को पुनः प्राप्त कर रहे हैं। समुद्री क्षेत्र में नवाचार ने तमिलनाडु में भी महत्वपूर्ण स्थान बनाया है।
आईआईटी चेन्नई का योगदान
सोनोवाल ने बताया कि आईआईटी चेन्नई में स्थापित राष्ट्रीय बंदरगाह, जलमार्ग और तट प्रौद्योगिकी केंद्र ने कई महत्वपूर्ण इंजीनियरिंग समाधान प्रदान किए हैं। इसके अलावा, चेन्नई में समुद्री नवाचार को बढ़ावा देने के लिए 2025 में एक अनूठा समुद्री हैकाथॉन मैराथन आयोजित किया जाएगा।