हड्डियों की कट-कट आवाज: कारण और समाधान

हड्डियों की आवाज का रहस्य
क्या आपने कभी चलने, उठने या बैठने पर अपने घुटनों, कूल्हों और कोहनियों से कट-कट की आवाज सुनी है? क्या यह हड्डियों से संबंधित किसी गंभीर समस्या का संकेत है? कई लोग मानते हैं कि ऐसी आवाजें हड्डियों की कमजोरी का संकेत देती हैं। कुछ इसे जोड़ो के रोग से भी जोड़ते हैं। आइए जानते हैं कि हड्डियों से आने वाली इस आवाज का क्या अर्थ है और इसके संभावित नुकसान क्या हो सकते हैं।
जोड़ों में आवाज क्यों आती है?
जोड़ों से आने वाली आवाज को चिकित्सा में क्रेपिटस कहा जाता है। यह आवाज तब उत्पन्न होती है जब जोड़ों के भीतर मौजूद द्रव में हवा के छोटे बुलबुले फूटते हैं। कभी-कभी, मांसपेशियों के टेंडन या लिगामेंट्स की रगड़ से भी यह ध्वनि सुनाई देती है।
ऑस्टियोआर्थराइटिस का संकेत
यदि जोड़ों से हल्की चटकने की आवाज आती है, तो यह ऑस्टियोआर्थराइटिस का संकेत हो सकता है। यह एक प्रकार का गठिया है, जिसमें हड्डियों के सिरों पर लचीले ऊतकों की कमी हो जाती है। जैसे-जैसे घुटनों के जोड़ों में कार्टिलेज खत्म होता है, आवाजें उत्पन्न होती हैं, जिन्हें घुटने की चरचराहट कहा जाता है।
बच्चों में हड्डियों की आवाज
यदि बच्चों या किशोरों में हड्डियों से कट-कट की आवाज आ रही है और कोई दर्द नहीं है, तो यह चिंता का विषय नहीं है। इसका मतलब यह नहीं है कि उनकी हड्डियां कमजोर हैं। यह आवाज तब आती है जब हड्डियों में हवा अधिक होती है, जिससे एयर बबल्स बनते हैं।
हड्डियों की आवाज से राहत पाने के उपाय
मेथी के दाने: यदि आपको यह समस्या बार-बार होती है, तो यह गठिया या लुब्रिकेंट की कमी का संकेत हो सकता है। रात को आधा चम्मच मेथी दाना पानी में भिगोकर सुबह चबाएं। इससे एयर बबल्स की समस्या कम हो सकती है।
दूध, गुड़ और चने: हड्डियों की आवाज लुब्रिकेंट की कमी का संकेत हो सकता है। इसलिए, हल्दी वाले दूध का सेवन करें और दिन में एक बार गुड़ और भुने हुए चने का सेवन करें। इससे हड्डियों की कमजोरी दूर होगी।