स्विट्जरलैंड में बच्चों की टॉयलेट उपयोग में कमी, डायपर पहनने की बढ़ती प्रवृत्ति

स्विट्जरलैंड में एक चिंताजनक स्थिति सामने आई है, जहां 11 साल के बच्चे स्कूल में डायपर पहनकर आ रहे हैं। यह समस्या तब बढ़ी है जब माता-पिता अपने बच्चों को टॉयलेट का सही उपयोग नहीं सिखा रहे हैं। एजुकेशनल साइंटिस्ट और चाइल्ड डेवलपमेंट एक्सपर्ट इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं। जानें इस समस्या के पीछे के कारण और इसके प्रभाव।
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स्विट्जरलैंड में बच्चों की टॉयलेट उपयोग में कमी, डायपर पहनने की बढ़ती प्रवृत्ति

बच्चों की टॉयलेट उपयोग में कमी

स्विट्जरलैंड में बच्चों की टॉयलेट उपयोग में कमी, डायपर पहनने की बढ़ती प्रवृत्ति
This country is in tension! Children know how to use phone but not toilet, wearing diaper


नई दिल्ली: यह मान्यता है कि यदि बच्चे फोन का उपयोग कर सकते हैं, तो उन्हें टॉयलेट का उपयोग भी आना चाहिए। लेकिन स्विट्जरलैंड में एक चिंताजनक स्थिति सामने आई है, जहां 11 साल के बच्चे स्कूल में डायपर पहनकर आ रहे हैं। इन बच्चों को टॉयलेट का सही उपयोग नहीं पता है।


न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, स्विस फेडरेशन ऑफ टीचर्स के प्रमुख डैगमार रोसलर ने बताया कि बच्चे चार साल की उम्र में स्कूल जाना शुरू करते हैं, लेकिन कई बच्चे अब भी डायपर का उपयोग कर रहे हैं। 11 साल के बच्चों का डायपर पहनकर आना गंभीर चिंता का विषय है। कुछ बच्चों को तो डायपर पहनने की इतनी आदत हो गई है कि वे जानबूझकर टॉयलेट का उपयोग नहीं करते या भूल जाते हैं। माता-पिता भी इस मामले में बच्चों को सही तरीके से नहीं सिखा रहे हैं।


इस समस्या के पीछे का कारण क्या है? एजुकेशनल साइंटिस्ट मार्गरिट स्टाम का कहना है कि कुछ माता-पिता के लिए डायपर पहनाना सुविधाजनक लगता है, लेकिन इससे गलत संदेश जाता है। चाइल्ड डेवलपमेंट एक्सपर्ट रीटा मैसमर ने बताया कि स्कूलों में डायपर पहनने वाले बच्चों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। एक 11 साल का बच्चा उनके पास आया, जिसे टॉयलेट का उपयोग करना नहीं आता। इससे शिक्षकों को कठिनाई होती है, क्योंकि उन्हें बच्चों की डायपर बदलने में मदद करनी पड़ती है।