स्रिभूमि में बाढ़ का संकट: नदियों का जलस्तर बढ़ा

स्रिभूमि में हाल की बारिश ने कुशियारा, सिंगला और लोंगाई नदियों के जल स्तर को खतरनाक स्तर तक बढ़ा दिया है। कई गांव बाढ़ के खतरे में हैं, और प्रशासन ने तटबंधों की मरम्मत का कार्य तेज कर दिया है। मंत्री कृष्णेंदु पॉल ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, जबकि एक व्यक्ति बाढ़ में बह गया। जानें इस संकट की पूरी जानकारी और इसके प्रभावों के बारे में।
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स्रिभूमि में बाढ़ का संकट: नदियों का जलस्तर बढ़ा

स्रिभूमि में बाढ़ की स्थिति


1 जून को स्रिभूमि में लगातार बारिश के कारण कुशियारा, सिंगला और लोंगाई नदियों की सहायक नदियों में जल स्तर तेजी से बढ़ गया है, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है।


नीलमबाजार, रामकृष्णनगर और पाथेरकंडी राजस्व सर्कल के गांवों में स्थिति सबसे गंभीर है, जिसके चलते जिला प्रशासन ने बाढ़ नियंत्रण के लिए तटबंधों की मरम्मत का कार्य तेज कर दिया है।


लोंगाई और सिंगला नदियों के तटबंधों के बड़े हिस्से पहले ही जलमग्न हो चुके हैं, जिससे स्थानीय निवासियों में चिंता बढ़ गई है।


लगभग 200 गांव बाढ़ के खतरे में हैं, यदि तटबंध पूरी तरह से टूट जाते हैं, क्योंकि कुशियारा, सिंगला और लोंगाई नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है।


मंत्री कृष्णेंदु पॉल ने जिला आयुक्त प्रदीप कुमार द्विवेदी और बाढ़ नियंत्रण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पाथेरकंडी सर्कल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।


आधिकारिक रिपोर्टों के अनुसार, लोंगाई नदी ने पहले ही ढोलछेरा, गंधैमुख और पाथेरकंडी जैसे कई क्षेत्रों में तटबंध तोड़ दिए हैं, जिससे 25 से अधिक गांव जलमग्न हो गए हैं।


बाढ़ नियंत्रण विभाग ने पुष्टि की है कि कुशियारा, सिंगला और लोंगाई नदियाँ सभी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।


इस बीच, एक 50 वर्षीय व्यक्ति, इस्लाम उद्दीन, शनिवार को आनंदापुर क्षेत्र में बाढ़ के पानी में बह जाने के बाद मृत पाए गए।


उनका शव रामकृष्णनगर पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से रविवार सुबह बरामद किया। रिपोर्टों के अनुसार, वह बाजार जा रहे थे जब उन्हें तेज धारा में बहने का सामना करना पड़ा।