स्पर्म काउंट: प्रजनन क्षमता और स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्पर्म काउंट पुरुषों की प्रजनन क्षमता का एक महत्वपूर्ण पहलू है। घटते स्पर्म काउंट की समस्या कई पुरुषों को प्रभावित कर रही है, जिससे उनकी फर्टिलिटी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस लेख में, हम जानेंगे कि कितने स्पर्म काउंट पर इनफर्टिलिटी की समस्या उत्पन्न होती है और इसे बढ़ाने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं। जानें कि कैसे सही आहार और पोषक तत्वों का सेवन आपके स्पर्म काउंट को बेहतर बना सकता है।
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स्पर्म काउंट: प्रजनन क्षमता और स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्पर्म काउंट का महत्व

स्पर्म काउंट: प्रजनन क्षमता और स्वास्थ्य पर प्रभाव


पुरुषों की प्रजनन क्षमता के लिए स्पर्म काउंट एक महत्वपूर्ण कारक है। वर्तमान में, कई पुरुष घटते स्पर्म काउंट की समस्या का सामना कर रहे हैं, जो उनकी फर्टिलिटी पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। इससे संतान उत्पत्ति की क्षमता में कमी आ सकती है।


स्पर्म काउंट और इनफर्टिलिटी

स्पर्म काउंट में कमी न केवल प्रजनन संबंधी समस्याओं का संकेत देती है, बल्कि यह अन्य स्वास्थ्य मुद्दों का भी संकेत हो सकता है। इसलिए, यह जानना आवश्यक है कि कितने स्पर्म काउंट पर इनफर्टिलिटी की समस्या उत्पन्न होती है।


विशेषज्ञों के अनुसार, यदि स्पर्म काउंट 15 मिलियन प्रति मिलीलीटर से कम हो जाता है, तो पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या उत्पन्न हो सकती है।


ओलिगोस्पर्मिया और स्वस्थ स्पर्म काउंट

जब किसी पुरुष का स्पर्म काउंट 15 मिलियन प्रति मिलीलीटर से कम होता है, तो इसे ओलिगोस्पर्मिया कहा जाता है। एक स्वस्थ पुरुष में स्पर्म काउंट 15 मिलियन से 200 मिलियन प्रति मिलीलीटर के बीच होता है।


स्पर्म काउंट बढ़ाने के उपाय

यदि कोई पुरुष अपने स्पर्म काउंट को बढ़ाना चाहता है, तो उसे विटामिन सी, डी, जिंक, फोलिक एसिड, और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर आहार लेने की सलाह दी जाती है। इन पोषक तत्वों का सेवन स्पर्म काउंट में सुधार कर सकता है।


स्पर्म काउंट को बढ़ाने के लिए फलों, सब्जियों, नट्स और साबुत अनाज का भरपूर सेवन करना चाहिए।