सोशल मीडिया से दूरी बनाने के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की रिसर्च

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के हालिया अध्ययन ने सोशल मीडिया से दूरी बनाने के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभावों का विश्लेषण किया है। इस रिसर्च में 35,000 से अधिक उपयोगकर्ताओं को शामिल किया गया, जिन्होंने फेसबुक और इंस्टाग्राम को निष्क्रिय किया। अध्ययन के परिणाम बताते हैं कि सोशल मीडिया से दूरी बनाने से मूड में सुधार हो सकता है, विशेषकर 35 वर्ष से अधिक उम्र के उपयोगकर्ताओं में। जानें इस अध्ययन की सीमाएं और इसके निष्कर्षों के बारे में अधिक जानकारी।
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सोशल मीडिया से दूरी बनाने के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की रिसर्च

सोशल मीडिया और मानसिक स्वास्थ्य

सोशल मीडिया से दूरी बनाने के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की रिसर्च


सोशल मीडिया का उपयोग मजेदार हो सकता है, लेकिन इसके दुष्प्रभाव इसके फायदों से कहीं अधिक हो सकते हैं। हाल ही में, अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने सोशल मीडिया और मानसिक स्वास्थ्य पर एक महत्वपूर्ण अध्ययन किया है।


इस अध्ययन ने यह स्पष्ट किया है कि सोशल मीडिया से दूरी बनाने के क्या लाभ हो सकते हैं और किन व्यक्तियों को इसका सबसे अधिक फायदा होता है।


अध्ययन का नाम था 'The Effect of Deactivating Facebook and Instagram on Users’ Emotional State'। इसमें 35,000 से अधिक सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को यादृच्छिक रूप से चुना गया। इन लोगों को 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से छह सप्ताह पहले फेसबुक या इंस्टाग्राम को निष्क्रिय करने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन दिया गया।


शोधकर्ताओं ने एक सप्ताह और डेढ़ महीने की सोशल मीडिया डिटॉक्स के प्रभावों की तुलना की। उन्होंने उपयोगकर्ताओं से यह जानने के लिए सर्वेक्षण किया कि इस दौरान वे कितने खुश, दुखी या चिंतित महसूस कर रहे थे। कुछ उपयोगकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने इस फ्री समय में क्या किया।


अध्ययन के निष्कर्ष

अध्ययन के परिणाम निम्नलिखित हैं:



  • फेसबुक को बंद करने वाले उपयोगकर्ताओं के मूड में 6% तक सुधार देखा गया।

  • इंस्टाग्राम को बंद करने वालों में मूड में 4% सुधार पाया गया।

  • हालांकि ये आंकड़े छोटे लग सकते हैं, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य में सुधार स्पष्ट रूप से देखा गया।

  • फेसबुक: 35 वर्ष या उससे अधिक उम्र के उपयोगकर्ताओं ने सबसे अधिक खुशी का अनुभव किया।

  • इंस्टाग्राम: 18 से 24 वर्ष के युवा, विशेषकर महिलाएं, ने सबसे अधिक सकारात्मक प्रभाव महसूस किया।

  • इंस्टाग्राम उपयोगकर्ताओं ने तुरंत अन्य एप्स का उपयोग करना शुरू कर दिया।

  • फेसबुक उपयोगकर्ताओं ने औसतन रोजाना 9 मिनट स्क्रीन से दूर बिताए, लेकिन उनका अधिकांश फ्री समय भी अन्य एप्स पर ही चला गया।


अध्ययन की सीमाएं

अध्ययन की कुछ सीमाएं भी हैं:



  • केवल 0.5% लोग ही इस अध्ययन में शामिल हुए, जो पैसे लेकर सोशल मीडिया छोड़ने के लिए तैयार थे।

  • अध्ययन का समय भी महत्वपूर्ण था, यह अमेरिकी चुनाव से पहले के 6 हफ्तों तक ही चला।

  • यूजर्स के मूड की जानकारी सर्वेक्षण के आधार पर ली गई, जिसमें लोग अपने बारे में बेहतर दिखाने की कोशिश कर सकते हैं।

  • इसके अलावा, जब कोई जानता है कि वह अध्ययन का हिस्सा है, तो उसके उत्तर भी प्रभावित हो सकते हैं।