सोने और चांदी की मांग में वृद्धि, बाजार में हलचल

सोने की कीमतें और बाजार की स्थिति
सोने की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं, फिर भी सर्राफा बाजार में गतिविधियां तेज हैं। खरीदारों की कमी नहीं है और विभिन्न प्रकार के आभूषणों की बिक्री हो रही है। यदि कोई आभूषण पसंद आता है, तो लोग उसे बुक करने में संकोच नहीं कर रहे हैं। मांग के कारण, सोने की हाजिर कीमतें कॉमोडिटी एक्सचेंज की तुलना में 2000 रुपये अधिक हैं। सर्राफा व्यापारी मनोज वर्मा ने बताया कि चांदी की मांग भी बढ़ी है। पहले सस्ती बिक रही चांदी अब एक्सचेंज की कीमतों से एक हजार रुपये अधिक में बिक रही है।
चांदी के सिक्कों की बढ़ती मांग
चांदी के पायल के कारोबार में भी तेजी आई है, और इस समय बड़े पैमाने पर चांदी के सिक्के बनाए जा रहे हैं। बाजार का अनुमान है कि वर्तमान कीमतों के अनुसार, चांदी का सिक्का आसानी से हजार रुपये प्रति दस ग्राम में बिक सकता है। ब्रांडेड ज्वैलरी विक्रेताओं का कहना है कि ग्राहकों को गुणवत्ता पर भरोसा होने के बाद वे खरीदारी में संकोच नहीं कर रहे हैं। हॉलमार्क ज्वैलरी पर मिलने वाले मेकिंग चार्ज में छूट का लाभ उठाने के लिए लोग उत्सुक हैं। कुछ कंपनियों ने हर खरीद पर आकर्षक उपहार देने की पेशकश की है।
ऑनलाइन खरीदारी के जोखिम
हालांकि, सोने और चांदी के आभूषण ऑनलाइन मंगाने में जोखिम है। स्थानीय दुकानदार से खरीदने पर कई फायदे मिलते हैं, जैसे कि यदि कोई समस्या आती है, तो दुकानदार उसे ठीक करने की पेशकश करते हैं। ऑनलाइन खरीदारी में ये लाभ नहीं मिलते। वर्तमान में, चांदी के उत्पाद बाजार में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं, और सौ ग्राम तक के चमकदार सिक्के और लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं शोरूम की शोभा बढ़ा रही हैं।
ऑफलाइन खरीदारी का महत्व
सर्राफा व्यापारी मनोज वर्मा ने बताया कि ई-कॉमर्स कंपनियों का ज्वैलरी बाजार में प्रभाव नहीं है। लोग पारंपरिक दुकानों की ओर लौट रहे हैं। दुकानदारों की मुस्कान और गर्मजोशी से स्वागत उन्हें बार-बार आने के लिए प्रेरित कर रहा है। इन दुकानों का स्टाफ ग्राहकों को पूरी तवज्जो दे रहा है और उनकी पसंद के अनुसार स्टॉक पेश कर रहा है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से, कंपनियां ग्राहकों के सामान को उनके घर पर डिलीवर करने का विकल्प भी दे रही हैं।
ऑनलाइन विकल्पों की कमी
सोना-चांदी, इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में ऑनलाइन विकल्प नहीं मिल पा रहे हैं। खरीदार अपने परिचित दुकानदारों पर भरोसा कर रहे हैं। कुछ समय पहले, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान ऑनलाइन खरीदे गए थे, लेकिन अनुभव संतोषजनक नहीं होने के कारण लोग फिर से ऑफलाइन खरीदारी की ओर लौट रहे हैं। ऑटोमोबाइल में टेस्ट ड्राइव की आवश्यकता होती है, और ज्वैलरी खरीदने वाले को उसे पहनकर देखना जरूरी होता है।